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मुख्य समाचार

सांसद बैजयंत जय पांडा का बीजद से इस्तीफा

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भुवनेश्वर, 28 मई (आईएएनएस)| सांसद बैजयंत जय पांडा ने बीजू जनता दल (बीजद) से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत अपमान की वजह से इस्तीफा दे रहे हैं और आरोप लगाया कि पार्टी अपने संस्थापक बीजू पटनायक के आदर्शो से भटक गई है। बीजद ने उन्हें इस वर्ष जनवरी में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। पांडा ने ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक को लिखे पत्र में कहा है, मैंने बहुत दुख और पीड़ा के साथ उस राजनीति को छोड़ने का फैसला किया है, जिसमें हमारा बीजद इस समय शामिल हो गया है।

उन्होंने अपने पत्र में कहा है, बीजद और आपने यह स्पष्ट कर दिया है कि मैं अवांछित हूं, इसलिए इससे अलग हो जाना ही उचित है।

केंद्रापाड़ा के सांसद ने कहा, पिछले चार वर्षो में स्थिति बद से बदतर हो गई। यह पूरी तरह से अमानवीय है कि मेरे पिता बंशीधर पांडा को श्रद्धांजलि देने न तो आप आए और न ही बीजद से कोई आया, जिनके बारे में सभी जानते हैं कि वह बीजू अंकल (बीजू पटनायक) के काफी करीबी दोस्त, समर्थक और सहयोगी थे।

बंशीधर पांडा ओडिशा के जाने-माने उद्योगपति थे, जिनका निधन 22 मई को 87 वर्ष की उम्र में हो गया।

उन्होंने कहा, जबकि इसके विपरीत, कई अन्य पार्टियों के वरिष्ठ नेता समेत हजारों शुभचिंतक मेरे पिता को श्रद्धांजलि देने यहां आए थे।

पांडा ने कहा, मुझे तब बहुत दुख हुआ, जब बीजद के कई नेताओं ने मुझे बताया कि उनलोगों को मेरे पिता के अंतिम दर्शन के लिए आने से रोका गया है। बीजद मुझे अब मुझे पार्टी में नहीं चाहती है, और वास्तव में मुझे पार्टी से बाहर निकालना चाहती है, यह अब पूरी तरह स्पष्ट है।

उन्होंने कहा, मैंने बीते चार वर्षो में बहुत अपमान सहा है, लेकिन यह अंतिम तिनका है। इस स्थिति में पार्टी के साथ जुड़े रहना, मेरे आत्मसम्मान के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपने पिता के श्राद्धकर्म पूरा करने के बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को अपने इस्तीफे के निर्णय से अवगत करा देंगे।

वह 2009 और 2014 में यहां केंद्रपाड़ा लोकसभा सीट से चुने गए थे। इससे पहले वह बीजद के टिकट पर दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे। पटनायक ने पांडा को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने पर 24 जनवरी को निलंबित कर दिया था।

पांडा ने कहा, वास्तव में शायद आपको याद होगा, 2014 और उसके बाद, मैंने कई बार निजी तौर पर पार्टी के वास्तविक विनम्रता और पारदर्शिता के मूल सिद्धांत से भटकने और साथ ही पार्टी में मेरे खिलाफआंतरिक साजिश की ओर आपका ध्यान दिलाया था।

बैजयंत ने कहा, मेरे ऊपर पिछले वर्ष मई में ईंट-पत्थर और अंडों से हमला किया गया था। मैं बहुत दुखी था कि आपने मेरी सुरक्षा व स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए फोन तक नहीं किया।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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