Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

द्रमुक नेताओं ने स्टालिन का समर्थन किया

Published

on

Loading

चेन्नई, 14 अगस्त (आईएएनएस)| द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(द्रमुक) के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वे और उनकी पार्टी अपने कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन के पीछे मजबूती से खड़ी है। कार्यकारिणी की आपात बैठक यहां द्रमुक मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एम.करुणानिधि के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित करने के लिए बुलाई गई थी।

बैठक की अध्यक्षता स्टालिन ने की, जो तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता भी हैं।

शोक प्रस्ताव पारित करने के बाद दुरईमुरुगन, टी.आर. बालू और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने स्टालिन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।

दुरईमुरुगन ने कहा, कार्यकारी अध्यक्ष, और जल्द ही अध्यक्ष बनने वाले स्टालिन हमारी अगुवाई करें और हम आपकी आज्ञा को मानेंगे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री टी.आर. बालू ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा,सेना के कमांडर अब नहीं रहे। किसी को कहने की जरूरत नहीं कि अगला कमांडर कौन होगा। स्टालिन के पास अगुवाई करने की सभी क्षमताएं हैं।

पार्टी के जिला सचिवालयों के कई नेताओं ने भी पार्टी के शीर्ष नेता के तौर पर स्टालिन का समर्थन किया।

इस मौके पर स्टालिन ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी से उनके पिता एम. करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने के लिए जगह आवंटित करने का अनुरोध किया था।

स्टालिन ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री का हाथ पकड़ा और मरीना बीच पर जगह देने की गुहार लगाई। वे लोग सहमत नहीं हुए।

सात अगस्त को शाम छह बजकर 10 मिनट पर जब करुणानिधि के निधन की घोषणा हुई, सरकार ने एक बयान जारी कर करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने की जगह देने से इंकार कर दिया था।

टी. विल्सन की अगुवाई में द्रमुक की कानूनी टीम की प्रशंसा करते हुए स्टालिन ने कहा कि उन्होंने देर रात मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और अगले दिन मामले में जीत हासिल की।

बैठक से एक दिन पहले द्रमुक से निष्कासित नेता और करुणानिधि के बड़े बेटे एम.के. अलागिरी ने कहा था कि करुणानिधि के ‘सच्चे वफादार’ उनके साथ हैं। लेकिन जैसी उम्मीद थी, कार्यकारिणी ने स्टालिन के प्रति अपना समर्थन जताया।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending