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मछुआरों के मुद्दे पर अतंर्राष्ट्रीय न्यायालय जा सकता है भारत : रामदास

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चेन्नई | पीएमके के संस्थापक एस. रामदास ने शनिवार को कहा कि भारत श्रीलंकाई समुद्र क्षेत्र सहित बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने के अपने मछुआरों के पारंपरिक अधिकार सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकता है। यहां जारी एक बयान में रामदास ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक, परंपरागत अधिकार कानूनी रूप से लागू करने योग्य हैं।

रामदास ने कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच बंगाल की खाड़ी में भारतीय मछुआरों को मछली पकड़ने का परंपरागत अधिकार है। यदि भारत इस बात पर जोर दे तो श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस अधिकार से इंकार नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, “यह पीड़ादायक है कि भारत सरकार ऐसा नहीं कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय जाकर इस अधिकार को प्रमाणित किया जा सकता है।” रामदास ने कहा कि भारत सरकार को अपने मछुआरों के मछली पकड़ने के कानूनी अधिकारों की सुरक्षा के लिए श्रीलंका के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने हाल ही में कहा था कि नौसेना को श्रीलंका की समुद्री सीमा में मछली पकड़ने वालों को गिरफ्तार करने और उनकी नौकाओं को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

दोनों देशों के मछुआरा संघों के बीच यहां हुई द्विपक्षीय वार्ता में भारतीय मछुआरों ने श्रीलंका की समुद्री सीमा में एक साल में 83 दिनों तक मछली पकड़ने की अनुमति मांगने के बाद सिरिसेना ने यह बयान जारी किया है। इस बयान का हवाला देते हुए रामदास ने कहा कि श्रीलंका सरकार ने भारतीय मछुआरों का अनुरोध ठुकरा दिया है।

उन्होंने कहा कि श्रीलंका की नौसेना ने शुकवार रात बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने के दौरान 33 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। रामदास ने कहा कि भारतीय मछुआरों द्वारा श्रीलंकाई समुद्री सीमा में प्रवेश करना उसी तरह है, जिस प्रकार से श्रीलंका के मछुआरे भारतीय जलसीमा में प्रवेश करते हैं।

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पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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