Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कोरोना वार्ड में घूम रही थीं 5 बिल्लियां, अचानक हुई मौत से मचा हड़कंप

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कोरोना वार्ड से पकड़ी गई 5 बिल्ली की मौत हो गई जिसके बाद प्रशासन सकते में आ गया। मामला केरल के एक अस्पताल का है। कोविड-19 से मामला जुड़ा होने की वजह से प्रशासन ने बिल्लियों के अहम अंगों को जांच के लिए तिरुवनंतपुरम भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किसी भी बिल्ली को कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया है। विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक इन्हें जहां रखा गया था, वहां ठीक ढंग से हवा नहीं थी। इस वजह से इनकी मौत हो गई।

हालांकि पशुपालन विभाग ने इन बिल्लियों के अहम अंगों को विस्तृत जांच के लिए तिरुवनंतपुरम के राज्य पशु रोग केंद्र संस्थान भेजा गया है। बिल्लियों का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर टीटो जोसेफ ने बताया कि इन्हें कोविड वार्ड से पकड़ा गया था, इसलिए पोस्टमॉर्टम किया गया। मगर इनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं।

उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो जांच के लिए इनके सैंपल भोपाल स्थित राष्ट्रीय लैब भी भेजे जा सकते हैं। ये बिल्लियां कोविड वार्ड में गंदगी फैला रही थीं। इसके बाद 28 मार्च को इन्हें पकड़ा गया था।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending