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उत्तर प्रदेश

यूपी: 12594 से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिदिन जल रहे अलाव, 29228 जरूरतमंदों के लिए कराई जा चुकी रैन बसेरों की व्यवस्था

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लखनऊ। गरीबों, निराश्रितों व जरूरतमंदों को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए योगी सरकार ‘सड़क’ पर पूरी तरह से तत्पर दिख रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अफसर रैनबसेरों, कंबल व अलाव की पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हैं। सूबे के सभी 75 जिलों में वितरण के लिए योगी सरकार ने शीतलहरी में कुल 496883 कंबल खरीदे। इनमें से दो लाख 86 हजार 740 से अधिक लोगों में कंबल का वितरण भी हो गया। शीतलहरी से बचाव के लिए 1220 से अधिक रैन बसेरे स्थापित किए गए। इसकी क्षमता 29228 है। इनकी व्यवस्था उत्कृष्ट रहे, इस पर भी नजर है। सूबे में अलाव जलाने के लिए 14043 स्थान चिह्नित किए गए हैं। यूपी के जनपदों में प्रतिदिन 12594 से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है। दिसंबर की सर्द रात में सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में रैन बसेरों की जमीनी हकीकत देखने खुद ही पहुंच गए थे।

अफसर रख रहे नजर, ठंड में कोई भी सड़क पर न सोए

शीतलहर के बीच निराश्रित जनों की सहायता के लिए प्रदेश में रैन बसेरों की स्थापना की गई है। अब तक 1220 से अधिक रैन बसेरे स्थापित किये गए हैं। सीएम ने निर्देश दिया था कि जिलाधिकारी स्वयं रैन बसेरों की व्यवस्था का औचक निरीक्षण करें। इसके बाद से अफसर नजर रखे हुए हैं कि ठंड में कोई भी व्यक्ति सड़क पर सोता न नजर आए। हर जरूरतमंद को रैन बसेरे की सुविधा उपलब्ध हो। कंबल वितरण का क्रम निरंतर जारी रखा जाए। कंबल आदि राहत सामग्री का वितरण स्थानीय सांसद, विधायक, निकाय चेयरमैन जैसे जनप्रतिनिधियों से ही कराया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी भी निराश्रितों की मदद कर रहे हैं।

साफ-सफाई और सैनिटाइेजशन पर भी रखा जाए विशेष ध्यान

पिछले दिनों मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी रैन बसेरों में साफ-सफाई पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। यहां कोरोना से बचाव के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था करा रहा है। स्थायी व अस्थायी रैन बसेरों में रजाई, कंबल, गद्दे, तकिया समेत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से की गई हैं। समय-समय पर अफसर इसका अवलोकन भी कर रहे हैं। वहीं अकेले व परिवार के साथ जाने वालों के लिए भी अलग व्यवस्था रैन बसेरों में की जा रही हैं।

निरंतर तेजी से बांटे जा रहे कंबल

शीतलहरी में योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से निरंतर कंबल बांटे जाने का आदेश दिया गया है। सभी 75 जनपदों में सरकार की ओर से स्थानीय जनप्रतिनिधि कंबल वितरण कर रहे हैं। हरदोई में सबसे अधिक 16379 कंबलों का वितरण किया गया। प्रयागराज में यह आंकड़ा 9894 रहा। पीएम मोदी की काशी में 10988 कंबलों की खरीद हो गई। 7065 से अधिक कंबल वितरित किए जा चुके हैं। रामनगरी में 4320 जरूरतमंदों को योगी सरकार की तरफ से कंबल दिए गए।

कानपुर समेत सभी जनपदों में रैन बसेरों में ठहरने की कराई गई व्यवस्था

योगी सरकार का निर्देश है कि ठंड के दिनों में कोई भी बाहर न सोए। इसके लिए सभी व्यवस्थाओं से रैन बसेरों को सुदृढ़ किया गया है। कानपुर नगर में 1029, लखनऊ में 1962 लोग रैन बसेरों में ठहर रहे हैं। प्रयागराज में सरकार की ओर से ठंड से राहत के लिए बनाए गए रैन बसेरे में 1228 लोगों की व्यवस्था है। अलीगढ़ में 954 निराश्रितों के ठहरने की व्यवस्था रैन बसेरे में की गई है। वाराणसी में 916, गाजियाबाद में 893, कासगंज में 840, गौतमबुद्ध नगर में 748 लोगों की संख्या के अनुरूप रैन बसेरे स्थापित किए गए। बरेली में 660 से अधिक लोग रैन बसेरों में ठहर रहे हैं।

12594 से अधिक जगहों पर प्रतिदिन जल रहे अलाव

सूबे के सभी 75 जिलों में अलाव जलाने की व्यवस्था की जा रही है। बढ़ती ठिठुरन में किसी को दिक्कत न हो। इसके लिए सरकार अलाव जलवा रही है। कुल 14043 स्थान चिह्नित किए गए हैं, इनमें से 12594 जगहों पर प्रतिदिन अलाव जल रहे है। लखनऊ में 724 स्थानों पर अलाव जलाकर लोगों को राहत दिलाया जा रहा है। अलीगढ़ में 505, प्रयागराज में 429, उन्नाव में 411, बिजनौर में 402, हरदोई में 370, मेरठ में 306, सिद्धार्थनगर में 294, मऊ में 283, सहारनपुर में 262, मुरादाबाद में 256, शाहजहांपुर में 255, गाजीपुर में 252, जौनपुर में 246, सीतापुर में 233 स्थानों पर प्रतिदिन अलाव जल रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

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