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उत्तर प्रदेश

बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है: सीएम योगी

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अलीगढ़/कानपुर/मैनपुरी| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खैर से सुरेंद्र दिलेर, सीसामऊ से सुरेश अवस्थी व करहल से अनुजेश यादव के पक्ष में कमल खिलाने की अपील की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेतृत्व, नीति व नेताओं को निशाने पर रखा। कहा कि सपा की टोपी लाल, लेकिन कारनामे काले हैं। करहल में उन्होंने अखिलेश यादव की बखिया उधेड़ते हुए कहा कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप मढ़ा कि कश्मीर को फिर से आतंकवाद का गढ़ बनाने के लिए शरारत प्रारंभ हो चुकी है।

कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया और अखिलेश ने उसी कांग्रेस से गठजोड़ किया

सीएम योगी ने करहल में अखिलेश यादव पर निशाना साधा। बोले कि उनका आचरण अपने पिता व सपा संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है। अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वे कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है, लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सपा नेतृत्व के कृत्यों से मुलायम सिंह यादव को कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू हो गया है। कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरीवालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है। सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह ने राममनोहर लोहिया को आदर्श बनाया था। डॉ. लोहिया ने कहा था कि सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति व संतति का मोह न करे, फिर भी सपा में सारा पद एक ही परिवार को चाहिए।

मथुरा-वृंदावन को लेकर सपा क्या सरकार की सोच का समर्थन करेगी

सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी रामद्रोही है। वे राममंदिर का दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें लगता था कि वोटबैंक खिसक जाएगा। करहलवासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे बॉय-बॉय करते हैं। भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। हमने करके दिखा दिया। श्रीकृष्ण-कन्हैया हम आएंगे, मथुरा में भी जनभावना का सम्मान कराएंगे, क्या सपा इस पर सहमत है। क्या समाजवादी पार्टी मथुरा-वृंदावन को लेकर सरकार की सोच का समर्थन करेगी। उन्हें वोट चाहिए, लेकिन कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। वे इस पर मौन हैं। सरकार मथुरा, गोकुल, बरसाना, बलदेव, वृंदावन तीर्थों का विकास कर रही है। लगता है मथुरा-वृंदावन पांच हजार पहले के कालखंड में जा चुका है, जब कन्हैया स्वयं वहां निवास करते थे।

अपने कारनामों से जानी जाती है सपा

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में निषाद बेटी और कन्नौज में सपा नेता के कृत्य किसी से छिपे नहीं हैं। यह सभ्य समाज के कलंक हैं। लाल टोपी-काले कारनामे को पनपने मत दीजिए। यह लोग षडयंत्र कर रहे हैं, फिर से यूपी को अराजकता में ढकेल देंगे। लोकसभा चुनाव में इनका झूठ एक्सपोज हो गया। इनसे पूछिए कि खटाखट-खटाखट के एक-एक लाख रुपये कहां हैं। चुनाव में इनको सफाचट कर दीजिए। गलत व्यक्ति को प्रश्रय देने से भावी पीढ़ी के भविष्य से खिलवाड़ और वर्तमान पीढ़ी बर्बाद होती है।

प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए कि महेंद्र सिंह विश्वविद्यालय आगे बढ़ता है या एएमयू

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खैर में कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम के जरिए जनता ने जवाब दे दिया कि वह डबल इंजन सरकार को चाहती है। अलीगढ़ के जिस राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कांग्रेस ने भुला दिया था, हम लोगों ने उनके नाम पर राज्य विश्वविद्यालय बनाया है। यह विश्वविद्यालय आपकी कई पीढ़ियों को बनाएगा। इसे प्रतिस्पर्धा में लेकर आना है कि राजा महेंद्र सिंह विश्वविद्यालय आगे बढ़ता है या एएमयू।

जब पैसा भारत का लगा है तो एएमयू में पिछड़ी, अनुसूचित जाति-जनजाति को क्यों नहीं मिलता आरक्षण का लाभ

सीएम योगी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्था के रूप में स्थापित करना चाहिए या सामान्य संस्था के रूप में रहना चाहिए। इस पर कल माननीय उच्चतम न्यायालय में बहस हो रही थी। भारत के संसाधनों से पलने और जनता के टैक्स से चलने वाला ऐसा संस्थान, जो पिछड़ी, अनुसूचित जाति या जनजाति के लोगों को आरक्षण नहीं देता है, लेकिन मुसलमानों के लिए स्वयं के माध्यम से 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर रहे हैं। भारत का संविधान अनुसूचित जाति-जनजाति व मंडल कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर पिछड़ी जाति के लोगों को आरक्षण की सुविधा देता है, लेकिन एएमयू में यह सुविधा क्यों नहीं मिल पाती है। जब भारत का पैसा लगा है तो वहां भी इन्हें आरक्षण की सुविधा का लाभ मिलना चाहिए। नौकरी और प्रवेश में भी यह सुविधा मिलनी चाहिए। इसे क्यों बंद किया गया, क्योंकि कांग्रेस-सपा, बसपा नहीं चाहती है। वोटबैंक बचाने के लिए यह लोग आपकी भावना व राष्ट्रीय एकता-अखंडता, अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

कश्मीर को आतंकवाद का गढ़ बनाने के लिए शुरू हो चुकी है शरारत

सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार है। वहां विधानसभा ने प्रस्ताव पारित किया है कि कश्मीर में फिर से 370 की बहाली होनी चाहिए। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर नहीं चाहते थे कि भारत के संविधान में धारा 370 जुड़े, लेकिन नेहरू की जिद ने जबर्दस्ती इसे जुड़वाया। कांग्रेस ने कभी भी धारा-370 को हटाने का प्रयास नहीं किया, लेकिन देशहित में पीएम मोदी ने 35 ए व 370 को हटा दिया। इस कारण पांच वर्ष से वहां विकास व सुरक्षा का बेहतरीन माहौल है। अब कश्मीर में लाखों पर्यटक आते हैं। सीएम ने आरोप मढ़ा कि कश्मीर को फिर से आतंकवाद का गढ़ बनाने के लिए शरारत प्रारंभ हो चुकी है।

आरोप- कांग्रेस जब भी सफल होगी, आपको बांटकर ही होगी

सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस जब भी सफल होगी, तब आपको विभाजित करके सफल होगी। इसलिए बंटिए मत, जब बंटे थे तो कटे थे। एक रहेंगे तो नेक और सेफ रहेंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर, भगवान विश्वनाथ, मथुरा में कृष्ण कन्हैया की जन्मभूमि का अपमान सामने आया था। हमारी मां-बहन, बेटियों के साथ क्या कुछ नहीं हुआ था। इन सबके बावजूद गांधारी की तरह यदि आंख पर पट्टी बांधकर जाति और स्वार्थ में बंटे हैं तो कटने के सिवाय हमारी दूसरी नियति नहीं हो सकती है।

पहले इंदिरा आवास के नाम पर गांव में एक व्यक्ति को मिलता था 20 हजार रुपये

सीएम योगी ने 2017 के पहले और बाद के यूपी का अंतर बताया। बोले-पहले अलीगढ़ में हर 10 दिन में दंगा व कर्फ्यू लगता था, लेकिन साढ़े सात वर्ष में कोई उपद्रव व गुंडागर्दी की हिम्मत नहीं कर पाया। ऐसे लोगों को मालूम है कि एक तरफ यमराज इंतजार करेंगे तो दूसरी तरफ बाप-दादा की संपत्ति को कब्जे में लेकर गरीबों में बांट दिया जाएगा। अव्यवस्था का आलम यह था कि पीएम आवास के रूप में इंदिरा आवास के नाम पर 20 हजार रुपये आता था, वह भी गांव में किसी एक व्यक्ति को मिलता था। पेंशन भी केवल सपा के लोगों को मिलती थी, लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार ने बिना भेदभाव हर योजनाओं का लाभ दिलाया। कल्याण सिंह ने अलीगढ़ के लिए सपना देखा था, वह साकार हो गया। अलीगढ़ में एयरपोर्ट चालू हो गया है। यह डिफेंस मैन्यूफेक्चरिंग कॉरिडोर का महत्वपूर्ण हब बन रहा है। हार्डवेयर का सेंटर बना। यहां का ताला उद्योग पुनर्जीवित हो गया है।

राजू पाल, उमेश पाल की हत्या पर क्यों मौन है सपा

सीएम योगी ने पूछा कि राजू पाल-उमेश पाल की हत्या होती है तो सपा क्यों मौन रहती है। उमेश पाल की सुरक्षा में लगे निषाद जवान का क्या दोष था। यह लोग अपनी प्रवृत्ति से बाज नहीं आने वाले हैं। यह माफिया व अपराधी प्रवृत्ति के तत्वों और दंगाइयों को गले लगाकर प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने का प्रयास करते हैं। कानपुर का दंगाई जेल की सीखचों में है। दलितों व वाल्मीकि समुदाय की जमीन पर कब्जा करने वाला सपा सरकार का पूर्व मंत्री रामपुर जेल में है। सपा उसे निर्दोष मानती है। प्रयागराज हो या गाजीपुर के माफिया, सपा निर्दोष नागरिकों पर संवेदना नहीं व्यक्त करती, लेकिन माफिया के यहां फातिहा पढ़ने चले जाते हैं। 1984 में सिख बंधुओं के साथ जिस निर्ममता के साथ बर्बर अत्याचार किया था, यह कांग्रेस के चेहरे को दिखाता है।सपा-बसपा व कांग्रेस एक ही थैले के चट्टे-बट्टे हैं। कानपुर मेट्रो में 12 से 15 हजार यात्री यात्रा करते हैं। जनवरी में इसका दूसरा सेक्शन खुलेगा तो प्रतिदिन 50 हजार लोग इसमें यात्रा करेंगे।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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