Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उप्र : भूकंप पीड़ित बच्चों की मदद करेगा पुनर्वास विश्वविद्यालय

Published

on

लखनऊ,उत्तर-प्रदेश,डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय,भूकंप,नेपाल,कुलपति डॉ नीशिथ राय

Loading

लखनऊ | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में विकलांग हुए बच्चों की मदद के लिए आगे आया है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ नीशिथ राय ने कहा कि नेपाल में ऐसे बच्चे जो भूकंप की वजह से विकलांग हुए हैं, उन्हें विश्वविद्यालय अपने यहां नि:शुल्क शिक्षा, भोजन और रहने की व्यवस्था मुहैया कराएगा। कुलपति ने बातचीत में कहा कि इसके अलावा भी मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय की तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन भूकंप में विकलांग हुए छात्रों के लिए सभी पाठ्यक्रमों में 5 प्रतिशत की छूट देगा, साथ ही यदि कोई विकलांग बच्चा इस विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करना चाहेगा तो उसकी भरपूर मदद की जाएगी। राय ने बताया कि डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय देश का इकलौता ऐसा विश्वविद्यालय है, जो पुनर्वास के लिए भी काम करता है। इसी को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है कि विश्वविद्यालय का एक प्रतिनिधिमंडल नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा और अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

उन्होंने बताया, “इस प्रतिनिधिमंडल में शिक्षक और छात्र शामिल होंगे। यह प्रतिनिधिमंडल काठमांडू व पोखरा जाकर प्रभावितों से मिलकर वहां के हालात की जानकारी लेगा। प्रतिनिधिमंडल भेजने का मुख्य उद्देश्य भूकंप के बाद वहां जो परिस्थतियां पैदा हुई हैं, उनकी जानकारी एकत्र करना है, ताकि भविष्य में इस तरह की चुनौतियों से अच्छी तरह निपटा जा सके।” राय ने बताया कि विश्वविद्यालय में कार्यालय अधीक्षक से ऊपर जितने भी फैकल्टी मेम्बर हैं, वे अपने एक दिन का वेतन भूकंप पीड़ितों के लिए देंगे। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराई जाएगी। इसके अलावा विश्वविद्यालय की ओर से भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए राहत सामग्री भी नेपाल भेजी जाएगी। इसमें खाद्यान्न सामग्री और कपड़े शामिल होंगे।

राय ने कहा, “भूकंप के दौरान जो प्राकृतिक आपदा आई है, उससे वहां विनाशकारी स्थिति पैदा हो गई है, इसलिए मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए हमारा दायित्व बनता है कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करें।”  उन्होंने कहा कि भूकंप के बाद नेपाल में बहुत से बच्चे विकलांग हुए हैं और उनकी मदद करने का यही सही समय है। राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की शुरुआत ही इसी उद्देश्य को लेकर की गई थी कि समाज के नि:शक्त और विकलांग बच्चों को राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास के लिए इस विश्वविद्यालय की तरफ से जो बन पड़ेगा, किया जाएगा।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending