Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

रिलायंस इंफ्रा का शुद्ध लाभ 6 फीसदी घटा

Published

on

Loading

मुंबई | रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्च र ने बुधवार को कहा कि 2014-15 में उसका समेकित शुद्ध लाभ छह फीसदी घटकर 1,800.18 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 1,913.67 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय इस दौरान 7.01 फीसदी घटकर 18,852 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 20,274 करोड़ रुपये थी।

31 मार्च 2015 की तिथि को कंपनी का बाजार मूल्य 26,974 करोड़ रुपये था। 2014-15 की चौथी तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 26.08 फीसदी घटकर 459 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 621 करोड़ रुपये था। चौथी तिमाही में कुल आय 0.15 फीसदी घटकर 5,028 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 5,036 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि आलोच्य वर्ष में उसकी बिजली वितरण इकाई ने 2,89,100 नए ग्राहक बनाए।

कंपनी द्वारा संचालित मुंबई मेट्रो की आय इस दौरान 136 करोड़ रुपये हुई। कंपनी के सड़क निर्माण कारोबार की आय इस दौरान 606 करोड़ रुपये रही। कंपनी के सीमेंट कारोबार क आय इस दौरान 519 करोड़ रुपये रही। इसी दौरान इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण कारोबार की आय 2,752 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने रक्षा क्षेत्र की कंपनी पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग में एक बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में भी कदम रखा।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending