Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कैमरन ने की मोदी के ब्रिटेन दौरे की पुष्टि

Published

on

Loading

लंदन| प्रधानमंत्री इस साल के आखिर में ब्रिटेन के दौरे पर जाएंगे, जिसकी पुष्टि उनके ब्रिटिश समकक्ष डेविड कैमरन ने की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया ब्रिटेन यात्रा के संदर्भ में उन्हें लिखे पत्र में कैमरन ने कहा, “भारत के साथ संबंध ब्रिटेन की प्राथमिकता हैं और हम इस साल के अंत में आपके प्रधानमंत्री का ब्रिटेन में स्वागत करने के लिए तैयार हैं।”

पिछले कुछ समय से अटकलें लगाई जा रही थी कि मोदी नवंबर में ब्रिटेन का दौरा कर सकते हैं।

भारतीय विदेश सचिव एस.जयशंकर पिछले महीने लंदन में थे। इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के विदेश सचिव के साथ मोदी के ब्रिटेन दौरे सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।

ब्रिटेन में रह रहा गुजराती हिंदू समुदाय मोदी के इस दौरे का उत्सुकतापूर्वक इंतजार कर रहा है। हालांकि, इस दौरान ब्रिटेन के मानवाधिकार समूह मोदी के खिलाफ प्रदर्शन भी कर सकते हैं।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending