Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में पहला निजी मानसिक चिकित्सालय खुला

Published

on

Loading

बीजिंग। चीन में सरकारी अस्पतालों के एकाधिकार को तोड़ते हुए बीजिंग में रविवार को पहला निजी मानसिक चिकित्सालय खुला। 

समाचार पत्र ‘बीजिंग डेली’ द्वारा सोमवार को प्रकाशित रपट के मुताबिक, यह पहला निजी मानसिक चिकित्सालय है, जिसे स्वास्थ्य प्रशासन से मंजूरी मिली है। वर्तमान में शहर में गिनी-चुनी मानसिक परामर्श एजेंसियां ही हैं, जो चिकित्सा सुविधाएं नहीं बल्कि सिर्फ परामर्श उपलब्ध कराती है।

यह चीन का पहला मानसिक स्वास्थ्य क्लिनिक भी है, जहां मरीज व्यक्तिगत रूप से आने के साथ-साथ ऑनलाइन माध्यम से भी इलाज करा सकते हैं। बीजिंग के प्रमुख अस्पतालों के 15 मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस क्लिनिक में चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।

2014 के अंत तक प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन में 43 लाख लोग मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हैं।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending