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मुख्य समाचार

अच्छे दिन के वादे पर सरकार का यूटर्न, मंत्री बोले- ‘सोशल मीडिया ने गढ़ा था नारा’

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इंदौर। देश में बढ़ती महंगाई और आसमान छूते प्याज के दामों के बीच केंद्रीय इस्पात व खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यहां सोमवार को एक अजब बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘अच्छे दिन का नारा भारतीय जनता पार्टी का नहीं था, बल्कि इसे तो सोशल मीडिया ने गढ़ा था।’

इंदौर प्रवास पर आए तोमर से जब बढ़ती महंगाई और भाजपा व पार्टी के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी के ‘अच्छे दिन’ वाले नारे पर सवाल किया गया तो उनका जवाब था, “यह तो सोशल मीडिया पर चला था कि अच्छे दिन आएंगे और राहुल गांधी घर जाएंगे, इसे लेकर लोगों ने भाजपा के मुंह में डाल दिया। जनता ने जो हमारे मुंह में डाला है, उसे हम स्वीकार करते हैं विनम्रता के साथ, लेकिन यह नारा हमारा नहीं है।” पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल चुके केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “जो लोग कह रहे हैं कि अच्छे दिन नहीं आए हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि वे सकारात्मकता का चश्मा लगाकर देखेंगे तो उन्हें अच्छे दिन दिखाई देंगे।”

उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उसके अच्छे दिन नहीं आएंगे, क्योंकि जनता ने उसके खिलाफ फैसला दिया है। इसलिए राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह के अच्छे दिन आने वाले नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री ने यहां स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और सावन के आखिरी सोमवार को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के नेताओं ने कहा था कि सत्ता परिवर्तन के साथ ‘अच्छे दिन’ आएंगे। बढ़ती महंगाई के बीच कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों द्वारा इस नारे को मुद्दा बनाए जाने पर केंद्र सरकार के मंत्री तक चिढ़ने लगे हैं।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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