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बिजनेस

घरेलू हवाई यात्री संख्या 16.3 फीसदी बढ़ी

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नई दिल्ली| अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संगठन (आईएटीए) ने शुक्रवार को कहा कि भारत का घरेलू बाजार यानी हवाई यात्रियों की संख्या अक्टूबर महीने 16.3 फीसदी बढ़ी। आईएटीए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “भारत की घरेलू हवाई यात्री संख्या (अक्टूबर में) 16.3 फीसदी बढ़ी। यह हालांकि सितंबर की वृद्धि दर 26.4 फीसदी से कम है, फिर भी काफी बेहतर है। यह विभिन्न विमानन कंपनियों द्वारा पेश की गई ऑफरों का नतीजा है।”

आईएटीए ने कहा कि यात्री संख्या में हुई वृद्धि का श्रेय नई कारोबार सहायक सरकार के कारण बने माहौल को और कंपनियों द्वारा दी गई कई छूट पेशकशों से पैदा हुई मांग को जाता है।

आलोच्य अवधि में हालांकि हवाई यात्रा की घरेलू क्षमता में साल-दर-साल आधार पर 3.4 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई।

आईएटीए ने कहा, “अंर्राष्ट्रीय घरेलू हवाई यात्री संख्या अक्टूबर में साल-दर-साल आधार पर 5.8 फीसदी बढ़ी। इस दौरान चीन और भारत में सर्वाधिक तेजी रही।”

आईएटीए के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी टाइलर ने कहा कि तेल में गिरावट यदि बरकरार रही, तो विमानन कंपनियों को वित्तीय सहायता हासिल होगी। लेकिन राजनीतिक अस्थिरता जैसी जोखिम बनी हुई है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश की घरेलू हवाई यात्री संख्या अक्टूबर में साल-दर-साल आधार पर 18.31 फीसदी बढ़कर 59.25 लाख रही। एक साल पहले यह संख्या 50.08 लाख थी।

विमानन क्षेत्र के नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक हवाई यात्रियों की संख्या साल-दर-साल आधार पर 8.61 फीसदी बढ़ी।

डीजीसीए ने अपने बयान में कहा, “घरेलू विमानन कंपनियों की यात्रियों की संख्या जनवरी-अक्टूबर 2014 अवधि में साल-दर-साल आधार पर 8.61 फीसदी बढ़कर 550.68 लाख रही, जो एक साल पहले 507.03 लाख थी।”

आंकड़ों के मुताबिक इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी सर्वाधिक 31.9 फीसदी, एयर इंडिया की 19.5 फीसदी, स्पाइसजेट की 17.3 फीसदी, जेट एयरवेज की 16.4 फीसदी, गोएयर की 8.5 फीसदी और जेटलाइट की 4.1 फीसदी रही।

एयर कोस्टा और एयरएशिया दोनों की बाजार हिस्सेदारी 1.1 फीसदी (प्रत्येक) रही।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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