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अफ्रीकी देशों से केरलवासियों को लौटने में मदद करें सुषमा : चंडी

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तिरुअनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से दो अफ्रीकी देशों मंा फंसे केरलवासियों को शीघ्र घर लौटने में मदद देने का अनुरोध किया है। चांडी ने कहा कि उन्होंने सुषमा स्वराज को पत्र लिखकर कहा है कि मामले को कूटनीतिक स्तर पर सुलझाने के लिए सुषमा खुद हस्तक्षेप करें।

चांडी के कार्यालय के मुताबिक, वे शनिवार को दिल्ली में सुषमा से इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे। इस समय केरल के चार व्यक्ति टोगो की जेल में बंद हैं, जो जुलाई 2013 में शिपिंग कंपनी में नौकरी के प्रस्ताव के बाद अफ्रीकी देश पहुंचे थे। इसके अलावा कांगो में चार नर्से भी हैं। ये सभी भारत लौटना चाहते हैं। टोगो की जेल में कैद नितिन बाबू की पत्नी निलीना नितिन ने कहा, “स्थिति बेहद विकट है। हर माह चारों व्यक्तियों के परिवारजन उन्हें जरूरी खर्च के लिए पैसे भेज रहे हैं। उन्हें कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।

निलीना ने कहा, “हमने एक महिला से संपर्क किया है, जो इस मामले में हरसंभव सहायता कर रही है। हमने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने कूटनीतिक स्तर पर मदद का आश्वासन दिया है।” बाबू के साथ उनके भाई अरुण बाबू और दो अन्य व्यक्ति गोडविन और शाजी भी टोगो की जेल में कैद हैं। चांडी के कार्यालय के मुताबिक, “नर्से कुछ महीनों पूर्व कांगो के एक अस्पताल से नौकरी का प्रस्ताव मिलने के बाद यात्रा वीजा पर वहां गई थीं, लेकिन जब उन्होंने लौटने की इच्छा जाहिर की तो वे मुसीबत में फंस गईं।” कांगो में अधिक समय तक रहने के लिए उन्हें भारी जुर्माना देना पड़ रहा है। मामले को कांगों स्थित भारतीय दूतावास के समक्ष लाया गया है।

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एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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