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अन्तर्राष्ट्रीय

रीटा ओरा से 14 साल की उम्र में दुष्कर्म

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लॉस एंजेलिस | पॉप गायिका रीटा ओरा का कहना है कि 14 साल की उम्र में उनके पुरुष मित्र ने उनके साथ यौन संबंध बनाए थे, जिसकी उम्र उनसे लगभग दोगुनी थी। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि वह इसे दुष्कर्म नहीं कहेंगी, क्योंकि जो कुछ भी हुआ, उनकी मर्जी से हुआ, लेकिन इन सब बातों के बारे में सोचने-समझने की दृष्टि से तब वह बहुत परिपक्व नहीं थीं, क्योंकि उनकी उम्र बहुत छोटी थी। 14 साल की उम्र में एक लड़की में जितनी समझ होनी चाहिए, उनकी समझ उतनी ही थी।

रीटा ने बताया कि जब वह लंदन के सिल्विया यंग थिएटर स्कूल में नाट्यकला की छात्रा थी तो उनकी दोस्ती एक 26 साल के युवक से थी।तब मेरी उम्र केवल 14 वर्ष थी और वह मेरा पहला प्रेम प्रसंग था। उस युवक की आयु लगभग 26 साल थी। मैं यह नहीं कहूंगी कि मैंने इस दौरान यातना झेली, क्योंकि मैं स्वयं ऐसा चाहती थी। मैं यह भी नहीं कहूंगी कि मुझे जबरदस्ती ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया।

उन्होंने कहा मुझे उस युवक से मिलने वाली तरजीह तब अच्छी लगती थी और मैं अपने आप को सेक्सी महसूस करती थी। वह मेरी बातें भी सुनता था। लेकिन आज मुझे लगता है कि वह मेरी बातें सुनता था, क्योंकि वह मेरे साथ यौन संबंध बनाना चाहता था।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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