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लाइफ स्टाइल

फिटनेस मंत्र : दौड़ने की शुरुआत करें ऐसे

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नई दिल्ली| आप काफी लंबे समय के बाद फिटनेस की चाहत में दौड़ने की शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं, तो किसी और से तुलना न करें और छोटे-छोटे कदमों से शुरुआत करें। यह कहना है एक विशेषज्ञ का। एडीडास के दौड़ विशेषज्ञ रजत चौहान दे रहे हैं दौड़ की शुरुआत के लिए कुछ टिप्स :

-आप अपने जीवन के किसी मोड़ पर कितने फिट थे यह न सोचें और न ही अपने इर्द-गिर्द मौजूद किसी अन्य व्यक्ति से अपनी तुलना करें। धीमी शुरुआत करें और एक मजबूत आधार बनाएं, ताकि आप चोटिल न हों।

-शुरुआती कुछ महीनों में गति और दूरी की चिंता न करें।

-बारी-बारी से एक से पांच मिनट धीमी सैर और एक से पांच मिनट तेज सैर से शुरुआत करें। तीन से छह बार इसे दोहराएं। पहले एक या दो सप्ताह इस पर टिके रहें।

-एक बार आप पांच से दस मिनट की तेज सैर के अभ्यस्त हो जाएं, उसके बाद आप जॉगिंग की शुरुआत कर सकते हैं। उसके बाद बारी-बारी से एक से पांच मिनट की तेज सैर और एक से पांच मिनट की जॉगिंग करें। इसे तीन से छह बार दोहराएं।

-अपनी दौड़ को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें। बॉडी वेट्स या मशीनों का प्रयोग करके आप घर या जिम में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकते हैं।

-अपने कंधों को रिलेक्स करने और एक ही जगह पर जॉगिंग करने से शुरुआत करें। अपने दोनों हाथों के अंगूठे और तर्जनी उंगली के बीच एक पापड़ रखे होने की कल्पना करें। आपको ये पापड़ तोड़ना नहीं है, इसलिए आपको इसे कोमलता से पकड़ना होगा यानी कि अपने कंधों और शरीर के ऊपरी हिस्से को रिलैक्स रखना होगा।

-आप चाहे सैर करें या दौड़ें, आपको अपनी सांसों को काबू में करना होगा। जब आप सैर की शुरुआत करें, सांस को काबू में करने का अभ्यास करें। इसके लिए लंबी सांस भरें, एक या दो सेकेंड रोकें और फिर सांस छोड़ें। अभ्यास के बाद यह बेहद सहज हो जाएगा, चाहे आप बेहद तेज गति पर ही क्यों न दौड़ रहे हों।

-दौड़ते समय केवल आपने कदमों की आवाज सुनें। अगर आप उन्हें सुन पा रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आप बेहद जोर डाल रहे हैं, अपने पैरों का प्रयोग कोमलता से करें।

-आरंभ में आपका शरीर ही आपको रुकने का संकेत दे देगा, क्योंकि शुरुआत में थोड़ी तकलीफ होगी। पहले तीन से चार सप्ताह ऊपर दी गई सलाह का ही पालन करें, लेकिन अगर कुछ दिन दर्द कायम रहें तो चिकित्सकीय सलाह लें।

-दौड़ की शुरुआत के समय अपनी जरूरत के मुताबिक अच्छे और उपयुक्त जूतों का प्रयोग करें।

-हर दस से पंद्रह मिनट में एक या दो घूंट पानी पिएं, इससे अधिक नहीं। बेहतर है कि सादे पानी की जगह इलेक्ट्रॉलाइट मिलाकर पानी पिएं। खाने के तत्काल बाद कभी न दौड़ें। जरूरी है कि दौड़ने के बाद, अगले 20 से 30 मिनट के भीतर कुछ प्रोटीन लें।

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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