Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अब और पूर्वव्यापी कर नहीं : मोदी

Published

on

Loading

लंदन।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत अब पूर्वव्यापी कराधान का सहारा नहीं लेगा। उन्होंने कहा कि भारत स्वीकारता है कि ऐसे कदम मौजूदा व संभावित निवेशकों के मूड पर विपरीत प्रभाव डाल रहे हैं। मोदी ने गुरुवार देर शाम लंदन के ऐतिहासिक गिल्डहॉल में भारत-ब्रिटेन व्यापार बैठक में कहा, “ऐसे कई नियामक और कराधान मुद्दे या मसले हैं, जो विदेशी निवेशकों की भावनाओं पर विपरीत प्रभाव डाल रहे हैं। हमने अर्से से लंबित मुद्दों को दूर करने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं।”

मोदी ने कहा, “हम स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि हम पूर्वव्यापी कराधान की मदद या सहारा नहीं लेंगे और यह बात कई तरीकों से जाहिर कर चुके हैं। इसमें विदेशी श्रेणी वाले निवेशकों पर न्यूनतम वैकल्पिक कर न लगाना शामिल है।”

उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारी कर व्यवस्था पारदर्शी व पूर्वानुमानित हो। हम यह भी होता देखने के इच्छुक हैं कि वास्तविक निवेशकों और ईमानदार कर दाताओं को कर संबंधी मामलों में त्वरित एवं निष्पक्ष फैसले मिलें।”

मोदी ने कहा कि इन कदमों ने परिणाम के रूप में न केवल विदेशी निवेशकों की भावनाएं सकारात्मक हुई हैं, बल्कि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में इस साल अब तक आगत इक्विटी 40 फीसदी तक बढ़ी है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending