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अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन के CDS की पुतिन को चेतावनी, यूक्रेन युद्ध से भी बड़ी साबित होगी ये दूसरी गलती

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Britain CDS Sir Tony Radakin warns Putin

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लंदन। ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के प्रमुख एडमिरल सर टोनी राडाकिन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन पर हमले के दो साल बाद अब वह एक और बड़ी गलती कर रहे हैं। जो उनके देश पर यूक्रेन युद्ध से भी ज्यादा भारी पड़ सकती है। राडाकिन ने पुतिन की आर्थिक नीतियों को लेकर ये बात कही है।

उन्होंने कहा कि पुतिन एक तानाशाह की रूस की अर्थव्यवस्था को सोवियत के पतन के समय की तरफ धकेलने का काम कर रहे हैं। रूसी अर्थव्यवस्था के आकार को बिगाड़ा जा रहा है। ये रूस के लिए बहुत बड़ी परेशानी का सबब बनेगा।

एडमिरल राडाकिन ने लंदन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के सालाना कार्यक्रम में कहा रूस के यूक्रेन पर हमले को पुतिन की बहुत बड़ी गलती कहा जा रहा है। अगर पुतिन की पहली विनाशकारी गलती यूक्रेन पर हमला करना था, तो अब वह अपनी दूसरी विनाशकारी गलती कर रहे हैं। सभी रूसी सार्वजनिक व्यय का करीब 40 प्रतिशत रक्षा पर खर्च किया जा रहा है। उन्होंने रूस की अर्थव्यवस्था की शेप को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया है।

यही सब सोवियत संघ के पतन के समय हुआ था

एडमिरल राडाकिन ने कहा, स्वास्थ्य और शिक्षा के बजट से ज्यादा रक्षा पर खर्च किए जाने का ये तरीका हमने शीत युद्ध की समाप्ति और सोवियत संघ के पतन के समय देखा था। इसने रूस को बहुत नुकसान पहुंचाय था। यह रूस और उसके लोगों के लिए विनाशकारी है।

यूक्रेन पर हमले का नुकसान रूस उठा रहा है और ये दुनिया देख रही है। ये रूस के लिए बहुत बुरा कदम साबित हुआ है लेकिन जो इकॉनमी के साथ हो रहा है, वो इसे भी ज्यादा बुरा साबित होगा।

एडमिरल राडाकिन ने रूस और यूक्रेन युद्ध पर कहा कि यूक्रेन ने इस जंग में गजब का जज्बा दिखाया है। वह किसी ट्रेंड आर्मी के साथ नहीं बल्कि 30 से 40 साल के पुरुषों की एक नागरिक सेना लेकर रूस से लड़ रहा है। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के इस आग्रह का समर्थन किया कि संघर्ष गतिरोध तक नहीं पहुंचा है।

उन्होंने कहा, यह युद्ध कैसे आगे बढ़ता है, ये उस क्षेत्र से ही तय नहीं होता है।लंबे युद्ध के लिए समझौता करने से रूस को होने वाले फायदे बहुत सतही हैं। जब यूरोप ने रूसी गैस पर अपनी निर्भरता कम कर दी तो ऊर्जा निर्यात को हथियार बनाने की रूस की कोशिश का उल्टा असर हुआ है।

पुतिन ने वैश्विक खाद्य आपूर्ति को रोकने और परमाणु धमकियों से पश्चिम को मजबूर करने की कोशिश की लेकिन इसकी वैश्विक निंदा हुई। पुतिन को तख्तापलट की कोशिश का सदमा और अपमान झेलना पड़ा है। इस सबने रूस को बहुत कमजोर किया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को आया हार्ट अटैक, कराची के अस्पताल में चल रहा इलाज

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नई दिल्ली। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को अफगानिस्तान में हार्ट अटैक आया है, जिसके बाद उसे इलाज के लिए कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस समय मसूद अजहर को हार्ट अटैक आया वो अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा था।

जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र में नामित आतंकवादी है और भारत में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टर माइंड समझा जाता है। पाकिस्तान की सरकार और आर्मी पर पर्दे के पीछे से मसूद को शह देने का आरोप लगता रहा है। भारत ने मसूद को पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह मिलने के मुद्दे को कई बार अलग-अलग अतंरराष्ट्रीय मंचों पर भी उठाया है। अजहर कुछ दिन पहले ही चर्चा में आया था, जब उसे पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सार्वजनिक सभा में भाषण देते हुए देखा गया था। इस दौरान भी मसूद अजहर ने भारत के लिए जमकर जहर उगला था।

साल 2019 में पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के षडयंत्रकर्ता माने जाने वाले अजहर को उसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। इसके बाद वर्ष 2022 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के हवाले से कहा गया था कि अजहर अफगानिस्तान भाग गया है। हालांकि बार-बार इस तरह की तस्वीरें और रिपोर्ट सामने आई हैं, जो बताती हैं कि मसूद पाकिस्तान में अपनी गतिविधियां चला रहा है। मसूद पर 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने का भी आरोप है।

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