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उत्तर प्रदेश

लखनऊ के हज़रतगंज में कार-ऑटो चालकों के बीच हुई झड़प, कार चालक ने दिखाई पिस्तौल

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लखनऊ में हजरतगंज चौराहे पर शुक्रवार शाम को कार से ऑटो टकरा गई। इस बात पर नाराज कार चालक ने ऑटो चालक को गालियां दी। इससे भी मन नहीं भरा तो उसने पिस्तौल निकालकर जान से मारने की धमकी दी। वारदात चौराहे पर बने यातायात पुलिस बूथ के पास हुई। यातायात बूथ पर तैनात दरोगा पहुंचा तो कार चालक ने पिस्तौल दोनों टांगों के बीच में सीट पर छिपाने की कोशिश की। कुछ ही देर में इसका वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गया। इस मामले में पीड़ित ऑटो चालक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं आरोपी की तलाश में जुट गई है।

आलमबाग का रहने वाला फरमान ऑटो चलाता है। फरमान के मुताबिक वह ऑटो लेकर हजरतगंज चौराहे से सिविल अस्पताल की तरफ जा रहा था। इसी दौरान सामने से आ रही कार से उसकी ऑटो टकरा गई। इस बात पर कार चालक ने उसे रोक लिया। फिर गालियां देनी शुरू कर दी । विरोध किया तो कार चालक ने पिस्तौल निकाल कर जान से मारने की धमकी दी। राजधानी के सबसे वीआईपी चौराहे पर खुलेआम असलहा लहराते देख आसपास केलोग जुट गये। वहीं पास में बने यातायात पुलिस बूथ पर तैनात दरोगा भी पहुंच गये। दरोगा को देखते ही कार चालक ने पिस्तौल छिपाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान उसकी वीडियो बना ली गई थी। कार चालक ने पिस्तौल छिपाने के लिए चालक की सीट पर अपनी दोनों पैरों के बीच रखा था। दोनों पक्षों में कहासुनी चल ही रही थी कि मौका देखकर कार चालक वहां भाग निकला।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई अराजकता की वीडियो

शाम को हजरतगंज चौराहे पर हुए अराजकता की वीडियो देखते-देखते सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गई। वीडियो वायरल होते ही पुलिस के उच्चाधिकारी को जानकारी मिली। हालांकि वारदात के बाद दोनों पक्ष वहां से जा चुके थे। इसके बाद पुलिस ने ऑटो चालक की तलाश शुरू की। ऑटो चालक को थाने बुलाया गया। देर शाम करीब आठ बजे वह थाने पहुंचा। प्रभारी निरीक्षक ने पूरी जानकारी हासिल की। इसके बाद उससे तहरीर ली गई। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

चौराहे पर अफरा-तफरी का माहौल, मुकदमा

वारदात शाम को करीब 6.30 बजे की है। शाम के समय भीड़भाड़ वाले चौराहे पर अचानक से असलहा लहारता देख भगदड़ की स्थिति बन गई। हालांकि सूचना मिलते ही मौके पर नरही चौकी व सचिवालय चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी पहुंच गये थे। लेकिन तब तक असलहा लहराने वाला कार चालक निकल चुका था। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक पीड़ित फरमान की तहरीर पर कार नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। कार नंबर के आधार चालक के बारे में जानकारी हासिल की गई है। कार चालक कैसरबाग के मकबूलगंज स्थित जुराईन टोला सक्कू का हाता निवासी सादिक अब्बासी है। पुलिस ने देर रात को मुकदमा दर्ज कर लिया है। उसकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ में अग्नि जनित घटनाओं के खिलाफ एडब्ल्यूटी बनेगा सुरक्षा कवच

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महाकुम्भनगर। उत्तर प्रदेश में महाकुम्भ-2025 को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश अग्निशमन व आपात सेवा विभाग एडवांस्ड फीचर्स युक्त 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) का भी मेला क्षेत्र को इस्तेमाल करेगी। इन आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर को मेला क्षेत्र में टेंट सिटी और बड़ी टेंट सेटअप के दृष्टिगत डिप्लॉय किया गया है। यह वीडियो तथा थर्मल इमेजिनिंग सिस्टम समेत कई आधुनिक फीचर्स से लैस हैं तथा इनके जरिए मेला क्षेत्र में अग्नि जनित घटनाओं की रोकथाम के साथ ही दमकलकर्मियों के जीवन रक्षण में भी मदद मिलेगी। यह जोखिम से भरे फायर ऑपरेशंस को अंजाम देने के साथ ही अग्निरक्षकों की सुरक्षा के लिए भी कवच के तौर पर कार्य कार करने में सक्षम होगा।

कई तरह की खूबियों से लैस है एडब्ल्यूटी

महाकुम्भ के नोडल/मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) एक आधुनिक अग्निशमन वाहन है। मुख्यत: इसका प्रयोग बहुमंजिलीय एवं विशेष ऊँचाई के टेन्ट तथा भवन की आग बुझाने में किया जाता है। चार बूम से निर्मित ए.डब्ल्यू.टी 35मी की ऊंचाई तथा 30मी की क्षैतिज दूरी की पहुंच तक अग्निशमन कार्य को संचालित कर सकते हैं। यह कई प्रकार के आधुनिक फीचर्स से लैस है तथा वीडियो तथा थर्मल इमेजिंग कैमरे से युक्त होने के कारण इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है। यही कारण है कि यह न केवल रेस्क्यू ऑपरेशंस को अंजाम देकर जान-माल की रक्षा करने में सक्षम हैं बल्कि अग्निरक्षकों के जीवनरक्षण और उनकी सुरक्षा में कवच का कार्य भी करते हैं।

131.48 करोड़ के वाहन व उपकरणों को किया जा रहा डिप्लॉय

डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा ने बताया कि महाकुम्भ को अग्नि दुर्घटना रहित क्षेत्र बनाने के लिए विभाग को 66.75 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है, जबकि विभागीय बजट 64.73 करोड़ है। इस प्रकार, कुल 131.48 करोड़ रुपए की लागत से वाहन व उपकरणों को महाकुम्भ मेला में अग्नि जनित दुर्घटनाओं से सुरक्षा के लिए डिप्लॉय किया जा रहा है। इनको पूरी तरह से मेला क्षेत्र में डिप्लॉय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के विजन अनुसार, इस बार महाकुम्भ में अलग-अलग प्रकार के 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक ट्रेन्ड मैनपावर, 50 से अधिक अग्निशमन केंद्र व 20 फायर पोस्ट बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक अखाड़ों के टेंट्स को फायर फाइटिंग इक्विप्मेंट्स से भी लैस किया जा रहा है।

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