प्रादेशिक
2014 के बाद जो सरकार आई है उसके लिए पूरा देश ही परिवार- सीएम योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विकास का कोई विकल्प नहीं। चाहे कोई जाति का हो, किसी भी उम्र का हो, किसान हो या नौवजवा, महिला हो या पुरुष हो, कोई भी हो। हर एक जीवन में खुशहाली लानी है तो विकास आवश्यक है। विकास का आधार है सड़क, अनवरत बिजली, हर घर नल योजना, शौचालय की योजना और हर गरीब को मकान की योजना, हर गरीब को आयुष्मान का कार्ड उपलब्ध हो। 2014 के पहले चेहरा देखकर कार्य किया जाता था। विकास में भेदभाव होता था। उनकी सोच संकुचित थी। विकास का कोई विजन नहीं था, विजन केवल एक था, परिवार ही राष्ट्र था। जब सोच परिवार की होगी तो समाज पिछड़ जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में 3037 करोड़ रुपये की 146 किमी लंबे 04 राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण के मौके पर कहा कि 2014 के बाद जो सरकार आई है उसके लिए पूरा देश ही परिवार है। हमारी विराट दृष्टि है, इसलिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनती हैं। आजादी के बाद 2014 तक सड़कों का जितना कार्य नहीं हुआ था, 2014 से 2021 के बीच उससे ज्यादा कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने तीन लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाएं अभी तक उत्तर प्रदेश को दे दी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में ही काशी विश्वनाथ धाम को प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्र को समर्पित किया है। रविवार को सवा लाख लोगों ने दर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब काशी विश्वनाथ धाम आए तो उन्होंने पहले गंगा स्नान कर आस्था का सम्मान किया। फिर भगवान शिव के दर्शन के बाद श्रमिकों पर पुष्पवर्षा कर उनका सम्मान किया। ऐसा पहले कभी किसी ने नहीं देखा। उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री जी ने कुंभ में स्वच्छता कर्मियों का पांव प्रच्छालन कर उनका सम्मान किया था।
उन्होंने कहा कि जिस देश का प्रधानमंत्री अपने श्रमिकों और लोगों के प्रति सम्मान रखता हो और श्रम का सम्मान करता हो, उसे विश्व की ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता है। अपने श्रमिकों, किसानों और युवाओं की ताकत से भारत विश्व शक्ति बनेगा।
उन्होंने कहा कि मां विंध्यवासिनी का धाम भव्य बनने जा रहा है। अब वहां सदैव भीड़ रहेगी। श्रद्धालुओं को सुविधा के लिए हाइवे बन रहा है। वाराणसी से प्रयाग के बीच वाटर वे बनाकर जहाज चलाने की व्यवस्था होने जा रही है। मिर्जापुर बीच में है, इसे भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह है विकास की सोच। संकुचित सोच विकास को समेट देती है। अपने पराये का भेदभाव करती है।
उन्होंने कहा कि विराट सोच का परिणाम है कि कोरोना महामारी की लड़ाई सफलतापूर्वक लड़ी गई। फ्री में टेस्टिंग, फ्री उपचार फ्री वैक्सीन की व्यवस्था की गई। कोरोना का नया वैरिएंट आया है। जिसने वैक्सीन लिया है उसका ये कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। उन्होंने लोगों से पूछा कि जो वैक्सीन का विरोध कर रहे थे और कह रहे थे कि मोदी और बीजेपी वैक्सीन है। उनका विरोध करेंगे या नहीं।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में अन्न योजना में डबल डोज दी जा रही है। हमारा उद्देश्य हर एक के जीवन को आसान बनाना है। उन्होंने लोगों को मां विंध्यवासिनी के नाम पर मेडिकल कालेज का शुभारंभ होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि विकास की सोच का मतलब है कि जनता को सुविधा मिले। इसका कोई विकल्प नहीं है।
मुख्यमंत्री ने रोजगार का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में युवाओं को नौकरी मिल रही है। पहले नौकरी निकलती थी तो महाभारत के पात्र वसूली पर निकल पड़ते थे। आज बिना भेदभाव के नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को 2014 के पहले किसान सम्मान निधि नहीं मिल पाई, क्योंकि किसानों के प्रति दृष्टि नहीं थी। उन्होंने का कि हमने श्रमिकों को भत्ता देने की घोषणा की है। विधवा और दिव्यांगों के लिए पेंशन बढ़ाने का काम किया है। कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की डबल डोज लोक कल्याण का कारक बनती है।
उत्तराखंड
गुजरात से हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आए दो बच्चों की डूबने से मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हरिद्वार। गुजरात से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आए एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां एक परिवार के 2 नाबालिग बच्चों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह 10 बजे उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।
गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10:00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।
स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
-
ऑफ़बीट3 hours ago
ठंड को भगाने के लिए करें तिल और गुड़ का सेवन, जानिए फायदे
-
नेशनल2 days ago
अवध ओझा ने केजरीवाल को बताया भगवान कृष्ण का अवतार, कहा- समाज के कंस उनके पीछे पड़े हुए हैं
-
नेशनल2 days ago
कैसे एक कांस्टेबल बना करोड़पति, जानें इस काले धन के पीछे का सच
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
अटल जी का जीवन और विचारधारा पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत है: राजनाथ सिंह
-
मनोरंजन2 days ago
कुमार विश्वास ने कवि सम्मेलन के दौरान दिया विवादित बयान, अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के परिवार पर किया कटाक्ष
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
बस्ती में नाबालिग से बर्बरता, नग्न कर पीटा, पेशाब पिलाते हुए बनाया वीडियो, आहत होकर कर ली आत्महत्या
-
राजनीति1 day ago
फर्जी केस बनाकर मुख्यमंत्री आतिशी को किया जा सकता है गिरफ्तार – पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल
-
नेशनल2 days ago
कर्नाटक की महिला मंत्री से अभद्रता मामले की जांच करेगी सीआईडी