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प्रादेशिक

जीबीसी 4.0 : समाज के लिए जिम्मेदारी उठाने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहित करेगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ की निवेश परियोजनाओं का ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह 4.0 आगामी 19 से 21 फरवरी तक आयोजित होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में प्रदेश में अबतक का सबसे बड़ा निवेश धरातल पर उतरेगा। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के आयोजन के बाद योगी सरकार एक वर्ष की छोटी अवधि में लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश तथा 33.50 लाख रोजगार के अवसरों के साथ 14,000 से अधिक परियोजनाओं को लागू करने में सक्षम हो सकी है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री की स्पष्ट मंशा है और जिसका उन्होंने कई बार जिक्र भी किया है कि उद्योग जगत को आगे बढ़कर सामाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व निभाना चाहिए। यही वजह है कि तीन दिवसीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 के दूसरे दिन योगी सरकार उद्योग जगत के सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) अधिकारियों के साथ इसे लेकर संवाद भी स्थापित करेगी।

दअरसल, भारत में कंपनी (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व नीति) संशोधन नियम, 2022 के तहत कंपनियों को उनके सामाजिक उत्तरायित्व से जोड़ता है। इसके लिए कंपनियों को मौजूदा वित्तीय वर्ष से पहले के तीन वित्तीय वर्षों से अपने औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2% सीएसआर के जरिए सामाजिक सरोकारों से जुड़ी पहल पर खर्च करना होता है। ज्यादातर प्रतिष्ठित कंपनियां सीएसआर के तहत करोड़ों रुपए सामाजिक सरोकार से जुड़ी पहलों पर खर्च करते हैं। वहीं प्रदेश में शुरू होने जा रहे निवेश के माहौल के साथ ही योगी सरकार कंपनियों से कारपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के तहत सामाजिक कार्य करने के लिए भी कंपनियों को प्रोत्साहित करेगी। इसे लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार के बड़े अधिकारी कंपनियों के सीएसआर प्रमुखों के साथ संवाद भी करेंगे।

कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी’ संगोष्ठी का आयोजन 20 फरवरी को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 के दौरान किया जाएगा। इसकी पूरी रूपरेखा योगी सरकार के विभिन्न विभागों और जीबीसी में सक्रिय प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के सीएसआर प्रमुखों के बीच सहयोग स्थापित करने के लिए तैयार की गई है। संगोष्ठी के दौरान कॉर्पोरेट्स के सीएसआर प्रमुखों के साथ सीधे संवाद स्थापित किया जाएगा। इससे उन्हें संबंधित विभागों दवारा किए गए प्रभावशाली कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने और परमार्थ के कार्यों का समर्थन करने के लिए धन प्रदान करने पर विचार करने का अवसर दिया जाएगा।

इसके साथ ही सरकार के 6 विभाग, जिसमें महिला एवं बाल विकास, बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, दुग्धशाला विकास विभाग और खेल विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश में सीएसआर से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स से अवगत कराएंगे। साथ ही सीएसआर उद्‌देश्यों के अनुरूप सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों से भी कॉर्पोरेट्स को परिचित कराएंगे।

बता दें कि जीबीसी 4.0 प्रदेश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। लखनऊ में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम में तीन हजार से अधिक प्रतिभागियों के प्रतिभाग करने की संभावना है। इसमें प्रतिष्ठित उद्‌योगपति, फॉर्च्यून ग्लोबल/इण्डिया 500 कंपनियां, विदेशी निवेशक भागीदार, विदेशी राजदूत/उच्चायुक्त सहित अन्य प्रतिष्ठित अतिथि शामिल होंगे। जीबीसी 4.0 के अवसर पर 19 से 21 फरवरी तक तीन-दिवसीय प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा।

उत्तराखंड

गुजरात से हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आए दो बच्चों की डूबने से मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

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हरिद्वार। गुजरात से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आए एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां एक परिवार के 2 नाबालिग बच्चों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह 10 बजे उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।

गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10:00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।

स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

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