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उत्तराखंड

अब 15 रुपये में हो रही गंगाजल की होम डिलीवरी

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15 रुपये में गंगाजल की होम डिलीवरी, केंद्र सरकार की योजना, गंगोत्री और ऋषिकेश, हरिद्वार डाक विभाग, अहमदाबाद मेल और मसूरी एक्सप्रेस

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15 रुपये में गंगाजल की होम डिलीवरी, केंद्र सरकार की योजना, गंगोत्री और ऋषिकेश, हरिद्वार डाक विभाग, अहमदाबाद मेल और मसूरी एक्सप्रेस

Home delivery Gangajal

हरिद्वार। घर-घर गंगाजल पहुंचाने की केंद्र सरकार की योजना परवान चढ़ने लगी है। गंगोत्री और ऋषिकेश से भेजे जा रहे गंगाजल को हरिद्वार डाक विभाग अहमदाबाद मेल और मसूरी एक्सप्रेस से देश के विभिन्न शहरों में पहुंचा रहा है। ऋषिकेश से भरी गई की 200 एमएल की बोतल की कीमत 15 रुपये और गंगोत्री से भरी जा रही बोतल की कीमत 25 रुपये रखी गई है।

केंद्र की यह योजना भले ही हरिद्वार में संतों के विरोध के चलते शुरू नहीं हो पाई है लेकिन उत्तराखंड के दूसरे शहरों और कस्बों से इसे शुरू कर दिया गया है। आनलाइन आर्डर मिलने के बाद भारतीय डाक विभाग ने डिलीवरी शुरू कर दी है।

डाक विभाग ऋषिकेश, मुनिकीरेती, वीरभद्र और गंगोत्री (उत्तरकाशी) से गंगाजल भरवा रहा है। वहां से यह हरिद्वार भेजा जाता है। फिर यहां से ट्रेनों के माध्यम से दूसरे शहरों के डाकघरों में भेजा जा रहा है।

यहां से गंगाजल अहमदाबाद मेल से तीन बजे मुजफ्फरनगर, मेरठ, पुुरानी दिल्ली, बांदीकुई, जयपुर, अहमदाबाद भेजा जा रहा है। मसूरी एक्सप्रेस से रात साढ़े दस बजे गंगाजल भेजा जाता है।

एचएस मीणा, मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक, रेलवे विभाग का कहना है कि अहमदाबाद मेल और मसूरी एक्सप्रेस के डिब्बों से डाक विभाग गंगाजल भेज रहा है। इसके लिए विभाग ने अहमदाबाद मेल की 80 सीटें और मसूरी एक्सप्रेस की 20 सीटों को लिया गया है।

उत्तराखंड में हरिद्वार, देहरादून और काठगोदाम में रेलवे मेल सर्विस (आरएमएस) का ऑफिस है। हरिद्वार आरएमएस आफिस के माध्यम से ऋषिकेश, टिहरी और उत्तरकाशी सहित अन्य गढ़वाल के माल को ट्रेन के माध्यम से अन्य डाकघरों में भेजा जाता है।

डाक विभाग के अनुसार गंगा जल मुख्य डाकघर, पोस्ट शॉप से ले सकते हैं। ई-पोस्ट ऑफिस पोर्टल के माध्यम से भी मंगाया जा सकता है। ऑनलइन डाक विभाग के वेबसाइट पर भी ऑर्डर किया जा सकता है।

इसके लिए साइट पर जाना होगा। इसमें नाम व पता अंकित करने पर डाक विभाग के कर्मी गंगाजल पहुंचा देंगे। हालांकि विरोध के चलते इस योजना की हरिद्वार में शुरुआत नहीं हो पाई है।

ऋषिकेश से भरे गए 200 एमएल गंगाजल की कीमत 15 रुपये निर्धारित की गई है। हैंडलिंग या पैकिंग चार्ज के 13 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। 500 एमएल गंगाजल की कीमत 22 रुपये। हैंडलिंग या पैकिंग चार्ज 16 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।

इसके अलावा गंगोत्री से भरे गए 200 एमएल गंगाजल की कीमत 25 रुपये देने होंगे। हैंडलिंग या पैकिंग चार्ज 13 रुपये अतिरिक्त हैं। 500 एमएल की कीमत 35 रुपये और हैंडलिंग या पैकिंग चार्ज 16 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।

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उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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