Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

दीपोत्सव के लिए राम की पैड़ी से मार्किंग प्रक्रिया का श्रीगणेश

Published

on

Loading

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में अयोध्या में शुरू हुआ दीपोत्सव अब आठवीं बार कीर्तिमान बनाने को तैयार है। प्रशासन ने कमर कस ली है और काउंटडाउन भी शुरू हो गया है। अब बस इंतजार है 30 अक्टूबर को होने वाले मुख्य आयोजन का। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की तरफ से दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए दो दर्जन से अधिक कर्मियों के साथ राम की पैड़ी के घाटों पर मार्किंग का कार्य शुरू कर दिया है। बुधवार को पूर्वांह्न कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव मोहम्मद सहील ने दूसरी बार मार्किंग की कमान सम्भाली। उन्होंने माइक्रोबायोलाजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. रंजन सिंह व कर्मियों के साथ दीपोत्सव के दिन 25 लाख दीए प्रज्ज्वलित किए जाने को लेकर 28 लाख दीए सजाने के लिए घाटों पर मार्किंग का कार्य कराया। उप कुलसचिव सहील ने बताया कि एक सप्ताह में घाटों पर मार्किग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।

मुख्यमंत्री के निर्देशन तथा कुलपति के कुशल प्रबंधन में रामनगरी का आठवां दीपोत्सव और भव्य होगा। विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इण्टर कालेज व एनसीओ के स्वयंसेवक पुनः पिछड़ा रिकार्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में रामनगरी अयोध्या का नाम फिर से दर्ज कराने के लिए कमान संभाल चुके हैं।

स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड से सुसज्जित आईकार्ड दिया जायेगा

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि एक सप्ताह में राम की पैड़ी के 55 घाटों पर मार्किंग कार्य पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर तक स्वयंसेवकों के आई कार्ड देर शाम से वितरित होना शुरू हो जायेगा। राम की पैड़ी पर 25 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित करने व 28 लाख दीए बिछाने के लिए 30 हजार स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड से सुसज्जित आईकार्ड दिया जायेगा। इस आई कार्ड को फुलप्रूफ बनाने के लिए कई फीचर्स भी शामिल किए गए हैं। इससे स्वयंसेवकों के आईकार्ड में डुप्लीकेसी नहीं हो सकेगी।

उन्होंने बताया कि इस क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड में स्वयंसेवकों का नाम, फोटो, मोबाइल नम्बर, तैनाती स्थल एवं क्रमांक अंकित रहेगा। इसके अतिरिक्त आईकार्ड में जिला प्रशासन के प्राधिकृत अधिकारी, दीपोत्सव नोडल अधिकारी के साथ प्राधिकृत संस्था या इकाई के हस्ताक्षर रहेंगे।

रामपथ और धर्मपथ भी होगा जगमग

दीपोत्सव में अयोध्या के धर्मपथ और रामपथ को भी जगमग किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ के ताज रेडियो एंड इलेक्ट्रिक कंपनी को लाइटिंग की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। राम कथा पार्क के पास इलेक्ट्रीशियन कैम्प लगा कर लाइटों को तैयार करने का कार्य कर रहे हैं।

रामपथ और धर्मपथ के साथ लगभग 2 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में भव्य लाइटिंग की व्यवस्था के लिए तैयारी की जा रही है। डेकोरेटिव वॉल, इलेक्ट्रिक गेट और आर्टिफिशियल इलेक्ट्रिक लाइटों से पिलर को तैयार किया जा रहा है। 25 अक्टूबर तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

दीपोत्सव पर 18 झांकियां निकलेंगी

पर्यटन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि दीपोत्सव में विभिन्न प्रकार की झांकियां का भी आयोजन किया जाएगा। सूचना और पर्यटन विभाग के द्वारा झांकियाें को तैयार करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 30 अक्टूबर को साकेत महाविद्यालय में रामायण कालीन प्रसंग मंचन करने के लिए 18 झांकियां बनाई जा रही हैं, जिसमें 11 झांकियां सूचना विभाग और सात झांकियां पर्यटन विभाग की ओर से तैयार की जाएंगी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयास से 7,857 गोवंश को आश्रय स्थलों पर किया गया संरक्षित

Published

on

By

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार प्रदेश में निराश्रित गोवंश के संरक्षण में भी सकारात्मक भूमिका निभा रही है। सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रदेश भर के नगरी क्षेत्रों में नगर विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाकर 7,857 गोवंश को सुरक्षित करते हुए आश्रय स्थलों पर संरक्षित करने में सफलता मिली है। नगर विकास विभाग के अनुसार, 8 से 10 अक्टूबर के बीच प्रदेश के विभिन्न नगरी क्षेत्रों में तीन दिनी अभियान का संचालन किया गया।

इसके जरिए, पहले दिन 2132, दूसरे दिन 2718 तथा तीसरे दिन 3007 गोवंशों को सुरक्षित कर कान्हा गौशाला व आश्रय स्थलों में संरक्षित किया गया। इस विशेष अभियान के जरिए एक ओर बेसहारा पशुओं के कल्याण के साथ ही शहरी स्वच्छता को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त हुआ, वहीं दूसरी ओर यातायात में अवरोध व दुर्घटना का कारण बनने वाले पशुओं को बचाकर सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में भी अभियान ने सकारात्मक भूमिका का निर्वहन किया।

नगरीय निकायों में 1.4 लाख गोवंश को मिला संरक्षण

नगर विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान का संचालन तीन स्तरों पर किया गया। नगर निगम द्वारा अभियान के अंतर्गत पहले दिन 431, दूसरे दिन 615 तथा तीसरे दिन 625 गोवंश को संरक्षित कर आश्रय स्थलों में भेजा गया। यानी, तीन दिन में 1671 गोवंशों को संरक्षित किया गया। वहीं, नगर पालिका परिषद द्वारा पहले दिन 760, दूसरे दिन 781 व तीसरे दिन 907 गोवंशों को संरक्षित करते हुए तीन दिनों में कुल 2448 गोवंशों को सुरक्षित किया।

इसी प्रकार, नगर पंचायतों में पहले दिन 941, दूसरे दिन 1322 व तीसरे दिन 1475 गोवंशों को संरक्षित करते हुए कुल 3738 गोवंश को सुरिक्षत किया। प्रदेश के अब तक सभी नगरीय निकायों में कान्हा गौशाला व पशु आश्रय स्थलों में कुल 1,40,320 गोवंश को संरक्षित करने में सफलता मिली है।

आगे भी जारी रहेगी प्रक्रिया

विशेष अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि यह पहल न केवल शहरी क्षेत्रों को स्वच्छ व सुरक्षित बना रही है, बल्कि गोवंश के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और यह आगे भी जारी रहेगी।

नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के सामंजस्यपूर्ण प्रयासों ने इस सफलता को संभव बनाया है। उनके अनुसार, अप्रैल 2024 से सितंबर 2024 तक कैटल कैचिंग अभियान से 11,13,057 रुपए की आय भी विभाग की हुई है। नगरीय निकाय के स्थानीय निदेशक अनुज कुमार झा ने सभी निकायों को अपनी सीमा में निराश्रित पशुओं को संरक्षित करने के लिए उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

Continue Reading

Trending