Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

जिन्ना की तरह ही समाज को बांटने का कार्य कर रही है कांग्रेस-सपा: सीएम योगी

Published

on

Loading

 अलीगढ़/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस और सपा के लोगों के अंदर जिन्ना की आत्मा घुस गई है। जिन्ना ने देश का विभाजन करने का पाप किया था, इसलिए वह अंतिम समय में घुट घुट कर मरा था। समाज को बांटकर यही पाप कांग्रेस और सपा कर रही है। उन्होंने कहा कि आज जब देश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है तब ये लोग समाज को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं। 2014 में पीएम मोदी के आने के बाद से देश नई बुलंदियों की तरफ आगे बढ़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ समूचा विपक्ष समाज में जाति का विष घोल कर अराजकता फैलाने का कार्य कर रहा है।

सीएम योगी ने बुधवार को जनपद स्तरीय वृहद रोजगार मेला को संबोधित किया। साथ ही युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित करने के साथ ही विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपने समय में कोई काम नहीं किया, सिर्फ कारनामे किए आज उन्हें प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज पसंद नहीं आ रहा है। यही समाजवादी पार्टी के लोग हैं, जो कहते थे कि लड़के हैं और लड़कों से गलती हो जाती है। यही लोग हैं जो बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य करते थे।

सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में बेटी और व्यापारी के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए यमलोक का रास्ता खुला हुआ है। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया को बेटी सुरक्षा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। अयोध्या, कन्नौज और कोलकाता की घटना पर उनकी जुबान नहीं खुलती है। सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा के लोगों को जब भी सत्ता प्राप्त हुई तो सामाजिक ताने-बाने को छिन्न भिन्न करने का कार्य किया। अपनी योजनाओं के माध्यम से तुष्टिकरण करते थे और समाज को विकास की धारा से विमुख करने का कार्य करते थे।

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी और महाराजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसे राष्ट्र नायकों का अपमान किया है। सीएम योगी ने कहा कि भाजपा ही है, जो इन महापुरुषों को सम्मान देने का कार्य कर रही है। महाराजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर बना विश्वविद्यालय इसका उदाहरण है। कांग्रेस और सपा के लोगों को सिर्फ अपना परिवार दिखता है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। अराजकता, अव्यवस्था और गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं देंगे।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट था। आज यूपी की गिनती देश के अग्रणी राज्यों में होती है। इसलिए आप सब इस प्रगति को रुकने मत दीजिएगा, क्योंकि समाजवादी पार्टी के लोगों को अगर अवसर मिला तो वो प्रदेश में दंगा, लूटपाट और अराजकता फैलाएंगे। उन्होंने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता है। इसके साथ रोजगार भी आता है और इसकी आधारशिला सुरक्षा है। सुरक्षा के बिना सुशासन की स्थापना नहीं हो सकती है। सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा है।

भाजपा के पास विकास का एजेंडा, विपक्ष के पास विनाशकारी प्रोपेगेंडा: बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि भाजपा के पास विकास का मजबूत एजेंडा है। वहीं सपा और इंडी गठबंधन एवं समूचे विपक्ष के पास विनाशकारी प्रोपेगेंडा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही कर सकती है। मंत्री संदीप ने कहा कि हमारी इस युवा को पीढ़ी को दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी यहां उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के विजन का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश का युवा अपने भविष्य को सुरक्षित महसूस कर रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि अलीगढ़ क्षेत्र में विकास की योजनाएं निरंतर जारी हैं और ये श्रृंखला लगातार बरकरार रहेगी।

पांच हजार से ज्यादा युवाओं को मिला नियुक्ति पत्र

कार्यक्रम में सीएम योगी ने दो शिशुओं का अन्नप्राशन कराया। साथ ही उन्होंने जनपद अलीगढ़ के समग्र विकास को नई रफ्तार देने के लिए 705 करोड़ रुपए की 305 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। यही नहीं, जनपद स्तरीय इस वृहद रोजगार मेले में 63 से अधिक कंपनियों एवं फर्मों ने विभिन्न पदों पर पांच हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत चयनित पात्रों एवं एमएसएमई इकाइयों को 35 करोड़ से अधिक का ऋण वितरण किया। साथ ही, स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 1500 से अधिक छात्र-छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किया गया।

1.08 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का दिया जा चुका है ऋण

योगी सरकार विगत साढ़े सात वर्ष में साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी देने में सफल रही है। वहीं संविदा के माध्यम से 3.75 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी से जोड़ा गया है। साथ ही दो करोड़ लोगों को निजी क्षेत्र/एमएसएमई के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप, ओडीओपी, एमएसएमई और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत क्षेत्र प्रदेश के युवाओं को 1.08 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन उपलब्ध कराया गया है।

कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सांसद सतीश गौतम, अनूप प्रधान, विधायक जयवीर सिंह, रविंद्र पाल सिंह, राजकुमार सहयोगी, अनिल प्रसार एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज में स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम, जिनके श्राप के कारण हुआ था समुद्र मंथन

Published

on

Loading

 महाकुम्भ। सनातन संस्कृति में तीर्थराज, प्रयागराज को यज्ञ और तप की भूमि के रूप में जाना जाता है। वैदिक और पौराणिक कथाओं के अनुसार प्रयागराज में अनेक देवी, देवताओं और ऋषि-मुनियों ने यज्ञ और तप किये हैं। उनमें से ही एक है ऋषि अत्रि और माता अनसूईया के पुत्र महर्षि दुर्वासा। महर्षि दुर्वासा को पौरिणक कथाओं में उनके क्रोध और श्राप के लिए जाना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण ही देवता शक्तिहीन हो गये थे। तब देवताओं ने भगवान विष्णु के कहने पर असुरों के साथ मिलकर समुद्र मंथन किया था। महर्षि दुर्वासा की तपस्थली प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है। मान्यता है कि अपने क्रोध के कारण ही महर्षि दुर्वासा को प्रयागराज में शिव जी की तपस्या करनी पड़ी थी।

महर्षि दुर्वासा के श्रापवश देवताओं को करना पड़ा था समुद्र मंथन

पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन में निकली अमृत की बूंद गिरने के कारण ही प्रयागराज में महाकुम्भ का पर्व मनाया जाता है। पुराणों में समुद्र मंथन की कई कथाएं प्रचलित हैं, उनमें से एक कथा के अनुसार महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण ही देवताओं को असुरों के साथ मिल कर समुद्र मंथन करना पड़ा था। कथा के अनुसार एक बार देवराज इंद्र, हाथी पर बैठ कर भ्रमण कर रहे थे, महर्षि दुर्वासा ने उनको आशीर्वाद स्वरूप फूलों की माला पहनने को दी। देवराज इंद्र ने अपनी शक्ति के मद में महर्षि दुर्वासा की ओर ध्यान नहीं दिया और उनकी दी हुई माला को अपने हाथी को पहना दिया। हाथी ने फूलों की महक से परेशान होकर माला को गले से उतार कर पैरों से कुचल दिया। यह सब देखकर महर्षि दुर्वासा ने क्रोधवश देवराज इंद्र सहित सभी देवताओं को शक्तिहीन होने का श्राप दे दिया। तब देवता निराश हो कर विष्णु जी के पास पहुंचे। भगवान विष्णु ने देवताओं को पुनः शक्ति और अमरत्व प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन करने को कहा। अंततः महर्षि दुर्वासा के श्राप से मुक्ति और अमरत्व प्राप्त करने के लिए देवताओं ने समुद्र मंथन किया था।

महर्षि दुर्वासा द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से मिलता है अभयदान

महर्षि दुर्वासा आश्रम उत्थान ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष शरत चंद्र मिश्र जी ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार परम विष्णु भक्त इक्षवाकुवंशीय राजा अंबरीष को क्रोधवश गलत श्राप देने के कारण सुदर्शन चक्र, महर्षि दुर्वासा को मारने के लिए पीछा करने लगे। महर्षि को भगवान विष्णु ने अभयदान के लिए प्रयागराज में संगम तट से एक योजन की दूरी पर भगवान शिव की तपस्य़ा करने को कहा। महर्षि दुर्वासा ने गंगा तट पर शिवलिंग की स्थापना कर भगवान शिव का तप और पूजन किया, जिससे उन्हें अभयदान मिला। पौराणिक मान्यता है कि महर्षि द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से अभयदान मिलता है।

प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम

दूर्वा अर्थात दूब घास को ही अपना आहार बनाने वाले महर्षि दुर्वासा का आश्रम प्रयागराज में झूंसी क्षेत्र के ककरा दुबावल गांव में स्थित है। यहां महर्षि दुर्वासा के आश्रम में एक प्राचीन शिव मंदिर है। मान्यता है कि मंदिर में शिव लिंग की स्थापना स्वयं दुर्वासा ऋषि ने ही की थी। मंदिर के गर्भगृह में साधना अवस्था में महर्षि दुर्वासा की प्रतिमा भी स्थापित है। साथ ही मंदिर के प्रांगण में अत्रि ऋषि, माता अनसुइया, दत्तात्रेय भगवान, चंद्रमा, हनुमान जी और मां शारदा की प्रतिमाएं भी है। महर्षि दुर्वासा को वैदिक ऋषि अत्रि और सती अनसुइया का पुत्र और भगवान शिव का अंश माना जाता है। भगवान दत्तात्रेय और चंद्रमा उनके भाई हैं। सावन मास में यहां प्रतिवर्ष मेला लगता है तथा मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी के दिन दुर्वासा जंयति मनाई जाती है।

महाकुम्भ में पर्यटन विभाग ने करवाया है दुर्वासा आश्रम और शिव मंदिर का जीर्णोद्धार

महाकुम्भ 2025 के दिव्य, भव्य आयोजन में सीएम योगी के निर्देश के अनुरूप प्रयागराज के मंदिर और घाटों का जीर्णोद्धार हो रहा है। इसी क्रम में पर्यटन विभाग ने महर्षि दुर्वासा आश्रम का भी जीर्णोद्धार कराया है। मंदिर के प्रवेश मार्ग पर रेड सैण्ड स्टोन के तीन विशाल द्वार का निर्माण हुआ है। मंदिर की पेंटिग और लाईटिंग का कार्य भी करवाया जा रहा है। महाकुम्भ में संगम स्नान करने वाले श्रद्धालु अभयदान पाने के लिए महर्षि दुर्वासा आश्रम और शिवलिंग का पूजन करने जरूर आते हैं।

Continue Reading

Trending