Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मणिपुर: स्थिति तनावपूर्ण किन्तु नियंत्रण में, सेना के 10 हजार जवान तैनात

Published

on

Manipur Violence

Loading

इंफाल। मणिपुर में चल रही हिंसा धीरे-धीरे शांत हो रही है, लेकिन राज्य में हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। आज यानी शनिवार को हिंसा के बाद इंफाल में पेट्रोल पंप के बाहर लंबी कतारें देखने को मिली।

मामले की जानकारी देते हुए डीजीपी पी डोंगेल ने कहा, ‘सुरक्षा बलों की वजह से, स्थिति में सुधार हुआ है और हमें सख्त आदेश मिले हैं कि हिंसा में योगदान देने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।’

राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह

राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने 5 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसा के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने पर विचार करने का आग्रह किया है।

गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के अंतिम दौर में तय पांच सभाओं और रोड शो को रद कर दिया। शाह राज्य तथा केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। वह मणिपुर की स्थिति के बारे में सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियों से नियमित रूप से जानकारी ले रहे हैं।

10 हजार जवान तैनात

मणिपुर में सेना और असम राइफल्स के लगभग 10 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इन जवानों ने राज्य के कई इलाकों में शुक्रवार को फ्लैग मार्च किया। सूत्रों के अनुसार, केंद्र ने आदिवासियों और मैती समुदाय के बीच हिंसा के मद्देनजर सीआरपीएफ और बीएसएफ सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 20 नई कंपनियां भेजी हैं।

कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर जाने वाली ट्रेनों को रद किया गया है। नार्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने कहा कि मणिपुर होकर दो ट्रेनें गुजरती हैं। 5 मई से दो दिनों के लिए इनका परिचालन रद कर दिया गया है।

राज्य से लोगों का पलायन

एक हजार से ज्यादा लोगों ने मणिपुर से पलायन कर असम के कछार जिले में शरण ली है। जिला प्रशासन ने शरणार्थियों के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया है। इन्हें स्कूलों में ठहराया गया है। स्थानीय लोग भी इनकी मदद कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने जिला प्रशासन को मणिपुर से आए लोगों की देखभाल करने का निर्देश दिया है। सरमा ने कहा कि वे मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के साथ संपर्क में हैं। 30 लोग शुक्रवार को मणिपुर से मिजोरम पहुंच गए। इनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं।

मणिपुर सरकार ने की थी मांग

मणिपुर सरकार ने 3 और 4 मई को मणिपुर के कुछ जिलों में अंतर-सामुदायिक झड़पों के तुरंत बाद सेना और असम राइफल्स की मांग की थी। चुराचांदपुर, केपीआई, मोरेह और काकिंग अब पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और कल रात से किसी बड़ी हिंसा की सूचना नहीं है। बयान में कहा गया है कि कुल लगभग 13,000 नागरिकों को बचाया गया है।

नेशनल

अवध ओझा ने केजरीवाल को बताया भगवान कृष्ण का अवतार, कहा- समाज के कंस उनके पीछे पड़े हुए हैं

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और मशहूर शिक्षक अवध ओझा ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भगवान कृष्ण का अवतार बताया है। अवध ओझा ने कहा कि जब भी कोई समाज में बदलाव लाने की कोशिश करता है, खासकर जब वे गरीबों के लिए मसीहा बनने की कोशिश करते हैं तो सामाजिक ‘कंस’ (बुरी ताकतें) उनके पीछे आ जाती हैं। बता दें कि अभी हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए अवध ओझा को पटपड़गंज विधानसभा से टिकट मिला है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल तो भगवान कृष्ण हैं। जिनके पीछे समाज के कंस पड़े हुए हैं। ये लोग नहीं चाहते हैं कि गरीबों का भला हो। केजरीवाल गरीबों के लिए काम करें। उन्हें डर है कि कहीं 2029 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल भारत के प्रधानमंत्री न बन जाएं। अरविंद केजरीवाल तो निश्चित रूप से भगवान हैं। मैं तो कह ही चुका हूं कि वह भगवान कृष्ण के अवतार हैं।

बता दें कि अवध ओझा पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है। वह एक भारतीय यूपीएससी कोच, यूट्यूबर, और शिक्षक हैं। इनका संबंध यूपी के गोंडा जिले से हैं। यूपीएससी ने निराशा मिलने पर इन्होंने इलाहाबाद में कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया। कोविड में जब ऑफलाइन क्लासेज बंद हो गई थी, तब अपने अलग शिक्षण शैली के कारण काफी तेजी से यूट्यूब पर पॉपुलर हो गए। अभी हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने उन्हें पटपड़गंज विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले इस सीट पर मनीष सिसोदिया थे।

Continue Reading

Trending