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उत्तर प्रदेश

मिशन शक्ति 5.0: महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को और पुख्ता करेगी योगी सरकार

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लखनऊ। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को सुनिश्चित कर रही योगी सरकार ‘मिशन शक्ति’के पांचवें चरण की शुरुआत करने जा रही है। शारदीय नवरात्रि में सीएम योगी स्वयं पांचवें चरण की शुरुआत करेंगे। इस दौरान सीएम महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर कई नई योजनाओं का भी ऐलान कर सकते हैं। इसके लिए गृह विभाग के साथ 12 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है।

उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने 17 अक्टूबर, 2020 को प्रदेश में मिशन शक्ति की शुरुआत की थी। इसके बाद 26 फरवरी, 2021 को दूसरा चरण, 21 अगस्त, 2021 को तीसरा चरण और 14 अक्टूबर, 2022 को चौथा चरण शुरू किया गया था।

जिलों में भी होंगे कार्यक्रम

लखनऊ में सीएम योगी मिशन शक्ति के पांचवें चरण का शुभारंभ करेंगे। पांचवें चरण के शुभारंभ कार्यक्रम में जिलों में मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी बनाए गए पुलिस अधिकारी ऑनलाइन जुड़ेंगे। इस दिन लखनऊ के साथ ही प्रदेश के सभी कमिश्नरेट और जिलों में महिला सशक्तिकरण रैली निकाली जाएगी। इसके साथ ही सीएम योगी महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं का शुभारंभ करेंगे।

विमेंस फेस्ट के साथ हेल्थ हेल्पलाइन की शुरुआत

लखनऊ में 1090 चौराहे पर विमेंस फेस्ट का आयोजन किया जाएगा। इसमें महिलाओं के स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) द्वारा तैयार प्रोडक्ट्स की प्रदर्शनी और स्टॉल लगाए जाएंगे। महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी होंगे। महिलाओं के लिए, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में एक समर्पित स्वास्थ्य हेल्पलाइन- ‘महिला स्वास्थ्य लाइन’ को भी जल्द लांच किया जाएगा। यह वीमेन पावर लाइन 1090 की तर्ज पर होगी, जिसका उद्देश्य उन महिलाओं को सुलभ स्वास्थ्य सेवा सहायता प्रदान करना है, जिन्हें अक्सर सामाजिक दोष के कारण स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा करने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इस हेल्पलाइन के जरिए महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ टेली-परामर्श की सुविधा दी जाएगी, जिसके तहत महिलाओं (ग्रामीण महिलाओं) को दूर के अस्पतालों या क्लीनिकों के चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा।

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उत्तर प्रदेश

फसल कटाई के दौरान राजस्व कर्मियों की कहीं और नहीं लगाई जाएगी ड्यूटी

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लखनऊ। खरीफ फसलों की कटाई के समय को नजदीक देखते हुए योगी सरकार की ओर से सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसमें विशेष तौर पर निर्देश दिया गया है कि फसल कटाई अवधि के दौरान राजस्व कर्मियों को अन्य ड्यूटी में न लगाया जाए। सिर्फ विशेष परिस्थितियों में ही ऐसा किया जा सकेगा, जिसका कारण बताना अनिवार्य होगा। इसके अतिरिक्त उपजिलाधिकारी और तहसीलदारों को फसल कटाई प्रयोगों के संपादन की समीक्षा का भी निर्देश जारी किया गया है।

निर्देशों के क्रम में कहा गया कि सभी जनपदों में कृषि, राजस्व एवं विकास विभाग के अधिकारियों को 15 प्रतिशत अनिवार्य निरीक्षण के लिए नामित किया जाए। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत इंपैनल्ड बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा भी 30 प्रतिशत क्रॉप कटिंग प्रयोगों का अवलोकन कराने के निर्देश दिए गए। वहीं, फसल कटाई के बाद पोर्टल पर कटाई प्रयोगों का परीक्षण कर ही उपज तौल अनुमोदित किया जाए।

हाल ही में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के समक्ष हुए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि सीसीई एग्री एप के माध्यम से खरीफ 2022 से भारत सरकार के निर्देशानुसार आवश्यक रूप से 100 प्रतिशत क्राप कटिंग लागू है। फसल बीमा में ली गयी फसलें खरीफ – धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, उर्द, मूँग, तिल, मूँगफली, सोयाबीन व अरहर (10 फसलें) और रबी- गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर, लाही-सरसों, अलसी व आलू (08 फसलें) सम्मिलित हैं। सीसीई एग्री ऐप से क्राप-कटिंग कराने हेतु राजस्व परिषद, उ०प्र० से निर्देश जारी किए जा चुके हैं। रबी 2023-24 में 86.09% प्रयोग सीसीई एग्री ऐप से संपादित कराये गये। वहीं जीसीईएस ऐप पर रबी 2023-24 से लागू है। जीसीईएस में ली गयी फसलें -खरीफ धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, उर्द, मूँग, तिल, मूँगफली, सोयाबीन व अरहर (10 फसलें) और रबी-गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर, लाही-सरसों, अलसी व आलू (08 फसलें) शामिल हैं। रबी 2023-24 में 13,388 क्राप कटिंग प्रयोग नियोजित हुए, जबकि 88% क्राप कटिंग प्रयोग जीसीईएस ऐप से संपादित कराए गए। इसी तरह खरीफ 2024 में 13,654 प्रयोग नियोजित कराए गए।

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