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प्रादेशिक

महिला की हत्या का खुलासा, अवैध सम्बन्ध व लेन-देन बना कारण

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महिला की हत्‍या का खुलासा, अवैध सम्बन्ध व लेन-देन बना कारण, हरदोई के कछौना क्षेत्र में जंगल में मिला था शव

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महिला की हत्‍या का खुलासा, अवैध सम्बन्ध व लेन-देन बना कारण, हरदोई के कछौना क्षेत्र में जंगल में मिला था शव

मनोज तिवारी

हरदोई। कोतवाली कछौना में बुधवार की सुबह जंगल में मिले महिला के शव की पहचान के बाद क्राइम ब्रांच ने सर्विलांस सेल व कछौना पुलिस की मदद से महिला के हत्यारों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से आलाक़त्ल के साथ मोबाईल गहने भी बरामद किये हैं। हत्‍यारा महिला का प्रेमी निकला। महिला का क़त्ल अवैध सम्बन्ध व पैसों के लेनदेन को लेकर हुआ। युवक का साथी भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से ह्त्या के प्रयुक्त बोलेरो भी बरामद कर ली गयी है। बताते चलें की लखनऊ हरदोई मार्ग पर कोतवाली कछौना क्षेत्र में वन विभाग आफिस के सामने बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने टुटियारा के जंगल में एक महिला का शव देखा तो सनसनी फैल गयी। महिला का शव मिलने की सूचना से आसपास के ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जा पहुंची। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से शव की शिनाख्त के बारे में जानकारी की तो कुछ पता नहीं चल सका। मृतका का गला रेता गया था।

कछौना क्षेत्र में जंगल में मिला था शव

प्रभारी निरीक्षक रामेन्द्र कुमार सिंह के साथ अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी बलरामाचारी दूबे क्षेत्राधिकारी बघौली जीतेन्द्र कुमार गिरी पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह भी टीम के साथ पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया था और फोरेंसिक टीम ने मौके पर मिले खून के नमूने भी उठाये थे। महिला की पहचान साबिया (35) पत्नी असलम उर्फ़ कल्लू निवासी हसनबारा बरेरा थाना ठाकुरगंज जनपद लखनऊ के रूप में हुयी। पति ने बताया की वह 28 मार्च को अकेली ही बाराबंकी स्थित देवां शरीफ गयी थी और 29 की रात सवा नौ बजे उससे आखरी बार फोन पर बात हो सकी थी।

महिला का प्रेमी व साथी गिरफ्तार, आलाक़त्ल व जेवर मोबाईल बरामद

कल्लू दुबग्गा में सब्जी बेचते हैं और उनके पुत्र सलमान, सुलेमान, राशिद, अनस व पुत्री सानमाँ हैं। बताया की वह मूल रूप से पतौजा कोतवाली मिश्रिख सीतापुर के रहने वाले हैं और करीब 15 वर्ष से लखनऊ में रहते हैं। महिला का मायका संडीला के इमाम चौक नई बस्ती मंडई का है। जानकारी पाकर महिला का भाई मोहम्मद अंसार पुत्र मोहम्मद जलील भी पीएम हाउस पहुंचा था। खुलासे के लिए सर्विलांस सेल के करुणेश कुमार व क्राइम ब्रांच के साथ कछौना पुलिस को भी लगाया गया था।

मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए एसपी उमेश कुमार सिंह ने बताया की महिला की हत्या सण्डीला के ऊपरी मँडई निवासी मुबारक पुत्र मासूक अली ने अपने साथी मोहल्ले के संजय पुत्र छोटक्कु के साथ मिलकर की थी। बताया की मुबारक महिला की पुत्री के साथ निकाह करना चाहता था और इसी का फायदा उठाकर महिला ने उससे करीब 45 हजार रुपये लिए थे जिनको वह वापस नहीं करना चाहती थी और न शादी कराना चाहती थी। इसी को लेकर मुबारक ने उसे रास्ते से ही हटाने का फैसला कर लिया था। बताया की उसने मिलने के लिए हरदोई बुलाया और फिर यहाँ से कछौना बुलाया वहीं हत्या कर दी और भाग निकला लेकिन सर्विलांस सेल की मदद से क्राइम ब्रांच इन्स्पेक्टर एमएल कनौजिया व कोतवाल कछौना आर के सिंह ने दरोगा रिजवान खा सिपाही योगेन्द्र व राकेश यादव के साथ दोनों को धर दबोचा। वार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी बीसी दूबे सीओ बघौली जितेंद्र गिरी भी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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