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उत्तर प्रदेश

निखत अंसारी ने उगल दी कई सच्चाई, अब जेल कर्मियों की हो सकती है गिरफ्तारी

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Nikhat Ansari has revealed many truths

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चित्रकूट/लखनऊ। माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को उप्र की चित्रकूट जेल से भगाने की साजिश रचने के आरोप में पकड़ी गई उसकी पत्नी निखत बानो अंसारी और चालक नियाज से विशेष जांच दल (एसआइटी) ने लगातार तीसरे दिन भी पूछताछ की।

दोनों से जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं जो महंगे गिफ्ट लेकर उसकी मदद कर रहे थे। माना जा रहा है कि अब जल्द की आरोपित जेल अफसरों व कर्मियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

मुख्तार अंसारी की बहू निखत बानों से तीन दिन की पूछताछ में जेल कर्मियों की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। सूत्र बताते हैं कि निखत और नियाज एक-एक गिफ्ट के बारे में पुलिस को बता चुके हैं। किसको कब कौन सा गिफ्ट दिया और वह कितना महंगा था? पूरी डिटेल मिलने के बाद पुलिस ने एक रिपोर्ट तैयार की है उसको जेल के उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

उसमें बताया जाएगा कि निखत की साजिश में सभी निलंबित जेल कर्मी शामिल थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आरोपित जेल अफसरों व कर्मियों को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। 17 फरवरी को जेल से तीन दिन की रिमांड निखत की ली गई थी जबकि नियाज की पांच दिन की रिमांड मिली है। बता दें कि 11 फरवरी को डीएम व एसपी ने जेल अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे से निखत बानो को पकड़ा था।

जेल चौकी प्रभारी श्यामदेव सिंह ने कर्वी कोतवाली में विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी निखत बानो, चालक नियाज, जेल एसपी अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन समेत अन्य ड्यूटी में रहे जेल कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, किसी व्यक्ति को मृत्य या घोर उपहति के लिए धमकाने, बंदी को भगाने की साजिश रचने, लोकसेवक के लोककृत्यों के कार्यों में बाधा, जान से मारने की धमकी, साक्ष्य मिटाने, आपराधिक षड़यंत्र व किसी व्यक्ति को मिथ्या साक्ष्य देने के लिए धमकी देना आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।

निखत-नियाज की गिरफ्तारी के बाद डीआइजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने जांच की थी जिसमें आरोपित जेल अफसरों के अलावा पांच और जेल कर्मी दोषी मिले थे। जिनको शासन ने निलंबित कर दिया है।

आरोपितों से पहले भी पुलिस ले चुकी बयान

मामले के विवेचक सीओ सिटी हर्ष पांडेय ने पहले जेल में आरोपित अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की थी। जो बातें सामने आईं थीं उनकी पुष्टि एसआइटी टीम ने निखत और नियाज से किया है।

निखत के मददगार सपा महासचिव के घर पुलिस का छापा

अब कासगंज जेल में निरुद्ध विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो की मदद करने वाले सपा के जिला महासचिव फराज खान के घर पर रविवार की शाम को पुलिस ने छापा मारा। घर पर फराज तो नहीं मिला है लेकिन पिता को पुलिस पूछताछ के लिए साथ ले गई है।

निखत को मकान दिलाने में फराज खान का नाम आया था। विकास नगर कपसेठी में रहने वाले प्रहलाद साहू का मकान उसने निखत को दो जनवरी को आठ हजार रुपये में दिलाया था। मकान मालिक से एग्रीमेंट कराने को कहा था लेकिन वह भी नहीं किया था।

यह बात प्रहलाद ने पुलिस को बताई थी। जिसकी पुष्टि निखत व नियाज ने पूछताछ के दौरान की है। जिस पर रविवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे कर्वी कोतवाली पुलिस ने सपा नेता फराज खान के पुरानी बाजार स्थित मकान में छापा मारा लेकिन वह नहीं मिला। बता दें कि जिस दिन निखत गिरफ्तार हुई थी उसी दिन से फराज खान भूमिगत है।

रात में कई स्थानों पर मारे छापे

पुलिस ने शनिवार की रात में भी कई स्थानों पर छापा मारा था। सूत्र बताते हैं निखत व नियाज को भी कुछ ठिकानों पर ले गई थी लेकिन वहां पर क्या कुछ मिला। यह कोई बताने का तैयार नहीं है।

उत्तर प्रदेश

वाराणसी में आठ साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी का पुलिस ने किया एनकाउंटर, पैर में मारी गोली

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आठ साल की बच्ची से रेप के बाद उसकी हत्या करने वाले आरोपी का पुलिस ने हॉफ एनकाउंटर कर दिया है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने बताया कि आरोपी इरशाद के दाहिने पैर में गोली लगी है। सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से आरोपी को चिह्नित किया गया था। डीसीपी के अनुसार बुधवार को रामनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक बच्ची (8) दुकान पर सामान खरीदने गई थी।

इस दौरान आरोपी इरशाद ने उसे अगवा कर लिया. इसके बाद उसके साथ रेप का प्रयास किया. फिर पत्थर से कूचकर बच्ची की हत्या कर दी। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में इरशाद बच्ची को लेकर जाते दिखा था। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में लापरवाही सामने आने पर चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया था।

डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि बच्ची का शव बरामद होने के बाद एसओजी और पुलिस की टीम लगातार आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी। इसी दौरान आरोपी के सुजाबाद क्षेत्र में मौजूद होने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की। आरोपी इरशाद ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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