Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

निर्माता-निर्देशक व अभिनेताओं ने भी माना-सबका साथ, सबका विकास करती है योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। योगी का यूपी वॉलीवुड के दिल में भी धड़कता है। पिछले दिनों मुंबई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात में यह जगजाहिर हो गया। सबका साथ, सबका विकास के नारे पर निर्माता-निर्देशकों व अभिनेताओं ने भी अपनी मुहर लगा दी। एक ओर जहां मुंबई भी अपनी जुबान से योगी के नेतृत्व में अपराध मुक्त यूपी की कहानी कह रहा है तो हैशटैग बायकॉट वॉलीवुड का तगमा हटाने के लिए अभिनेता यूपी के बाबा का साथ मांग रहे हैं। कला, साहित्य व सृजन के वाहक योगी आदित्यनाथ न सिर्फ लोगों का सुझाव सुनते हैं, बल्कि उस पर अमल भी करते हैं। वॉलीवुड के एक निर्माता ने साफगोई से यह दावा किया। यही नहीं, दिल्ली पहुंचने में भी योगी आदित्यनाथ ने मुंबई के 3 कलाकारों को यूपी का रास्ता दिया। वे मुंबई में अपनी प्रतिभा के जरिए दिलों पर राज करते हैं तो यूपी के विकास में भी यूपी सरकार के प्रतिनिधि के रूप में आमजन का नेतृत्व करते हैं। यानी योगी आदित्यनाथ ने यूपी के चहुमुंखी विकास के लिए कलाकारों को भी मंच दिया है।

बॉलीवुड की दुआओं में भी हैं योगी

योगी आदित्यनाथ बॉलीवुड की दुआओं में भी है। निर्माता-निर्देशक व अभिनेता भी चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ का विकास सफर तेजी से बढ़ता रहे। मधुर भंडारकर ने योगी आदित्यनाथ के लिए ईश्वर से दुआएं भी कीं। योगी आदित्यनाथ संत हैं और अपने कर्म के साथ धर्म का भी पालन करते हैं, इसलिए हर दिल अजीज जैकी श्राफ ने अपने वक्तव्य में साफ तौर पर यह भी कहा कि मुंबई में कभी भी घर का खाना चाहिए तो हुकुम करना, मिल जाएगा। हमारे घर वाले भी आपको चाहते हैं। काम की भागदौड़ में योगी को पौष्टिक आहार मिले, वॉलीवुड यूपी के बाबा का इतना ध्यान रखता है। राजपाल यादव ने योगी आदित्यनाथ को अध्यात्म, कर्म व धर्म की जागृत चेतना बताया।

हैशटैग बायकॉट वॉलीवुड का तगमा हटाने के लिए मांगा योगी का साथ

उत्तर प्रदेश ने वॉलीवुड में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जैसा कलाकार दिया। कला के क्षेत्र में यूपी की लंबी विरासत है। इस विरासत को योगी सरकार ने न केवल सहेजा, बल्कि इसे संवारा भी। अपनी फिल्मों के जरिए लोगों के दिल में राज करने वाले सुनील शेट्टी ने सभी के सामने यह माना कि वे सुनील शेट्टी भी यूपी के कारण ही बने। हैशटैग बायकॉट वॉलीवुड का तगमा हटाने के लिए भी उन्होंने योगी आदित्यनाथ का साथ मांगा। कहा कि हमारे अच्छे कामों पर भी चर्चा होनी चाहिए। अनिल शर्मा ने भी इस पर अपना समर्थन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप छोड़ें, क्योंकि काम बोलता है। हिंदी फिल्मों ने देश को जोड़ने में योगदान दिया है।

मुंबईकरों की जुबानी कह रही अपराध मुक्त यूपी की कहानी

अपराध मुक्त यूपी की कहानी अब मुंबई भी सुना रही है। बोनी कपूर हों या सोनू निगम, सभी ने अपनी जुबानी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अपराध मुक्त यूपी की कहानी सुनाई। मनोज जोशी ने कहा कि मैंने कई फिल्में यूपी के लखनऊ और वाराणसी के गंगा घाट पर की, लेकिन पुलिसवाला हो या भाई, कोई किसी भी प्रोडक्शन के पास पैसे मांगने नहीं आया। राजकुमार संतोषी ने अपनी घातक फिल्म की दास्तां भी सुनाई। बोले कि उस समय लोग यूपी में कहते थे कि कैसे आप यहां फिल्म बना लेंगे, लेकिन अब पूरा हालात बदला है। आप जो सोच लेते, उसे करते हैं, इसलिए महाराज जी के साथ पसीना हमें भी बहाना पड़ेगा।

सुझाव सुनते ही नहीं, समाधान भी करते हैं योगी

निर्माता-निर्देशक राहुल मित्रा ने कहा कि 2018 में रोड के दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ को कुछ सुझाव दिए थे, वह सभी पूरे हुए। योगी आदित्यनाथ लोकेशन को लेकर भी संजीदा रहते हैं। वहीं अपने वक्तव्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि वर्तमान के साथ भविष्य की चुनौतियों को ढालना शुरू करें तो परिणाम बेहतर होंगे। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र में हमारा अनुभव नहीं है। उनकी चुनौतियों और समाधान का मार्ग भी आपको ही दिखाना है। यानी सबका साथ, सबका सुझाव ही सबके विकास का रास्ता खोलेगा।

योगी के विकास पर भी वॉलीवुड की मुहर

योगी के विकास पर अब सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के सभी कोनों से मुहर लग रही है। बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में फिल्म कलाकारों से मुलाकात की। कलाकारों ने भी योगी के विकास पर अपनी मुहर लगाई। बोनी कपूर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी को अपराध मुक्त कर दिया। मनोज मुंतशिर ने कहा कि योगी के नेतृत्व में यूपी का चहुमुंखी विकास हुआ। ओम राव ने विकास पर अपनी सटीक राय रखते हुए कहा कि योगी के राज्य में पॉलिसी सिर्फ कागजों में नहीं रहती, धऱातल पर उतरती है। यानी योगी का विकास यूपी की सड़कों से मुंबई के दिलों तक पहुंच रहा है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज में स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम, जिनके श्राप के कारण हुआ था समुद्र मंथन

Published

on

Loading

 महाकुम्भ। सनातन संस्कृति में तीर्थराज, प्रयागराज को यज्ञ और तप की भूमि के रूप में जाना जाता है। वैदिक और पौराणिक कथाओं के अनुसार प्रयागराज में अनेक देवी, देवताओं और ऋषि-मुनियों ने यज्ञ और तप किये हैं। उनमें से ही एक है ऋषि अत्रि और माता अनसूईया के पुत्र महर्षि दुर्वासा। महर्षि दुर्वासा को पौरिणक कथाओं में उनके क्रोध और श्राप के लिए जाना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण ही देवता शक्तिहीन हो गये थे। तब देवताओं ने भगवान विष्णु के कहने पर असुरों के साथ मिलकर समुद्र मंथन किया था। महर्षि दुर्वासा की तपस्थली प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है। मान्यता है कि अपने क्रोध के कारण ही महर्षि दुर्वासा को प्रयागराज में शिव जी की तपस्या करनी पड़ी थी।

महर्षि दुर्वासा के श्रापवश देवताओं को करना पड़ा था समुद्र मंथन

पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन में निकली अमृत की बूंद गिरने के कारण ही प्रयागराज में महाकुम्भ का पर्व मनाया जाता है। पुराणों में समुद्र मंथन की कई कथाएं प्रचलित हैं, उनमें से एक कथा के अनुसार महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण ही देवताओं को असुरों के साथ मिल कर समुद्र मंथन करना पड़ा था। कथा के अनुसार एक बार देवराज इंद्र, हाथी पर बैठ कर भ्रमण कर रहे थे, महर्षि दुर्वासा ने उनको आशीर्वाद स्वरूप फूलों की माला पहनने को दी। देवराज इंद्र ने अपनी शक्ति के मद में महर्षि दुर्वासा की ओर ध्यान नहीं दिया और उनकी दी हुई माला को अपने हाथी को पहना दिया। हाथी ने फूलों की महक से परेशान होकर माला को गले से उतार कर पैरों से कुचल दिया। यह सब देखकर महर्षि दुर्वासा ने क्रोधवश देवराज इंद्र सहित सभी देवताओं को शक्तिहीन होने का श्राप दे दिया। तब देवता निराश हो कर विष्णु जी के पास पहुंचे। भगवान विष्णु ने देवताओं को पुनः शक्ति और अमरत्व प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन करने को कहा। अंततः महर्षि दुर्वासा के श्राप से मुक्ति और अमरत्व प्राप्त करने के लिए देवताओं ने समुद्र मंथन किया था।

महर्षि दुर्वासा द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से मिलता है अभयदान

महर्षि दुर्वासा आश्रम उत्थान ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष शरत चंद्र मिश्र जी ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार परम विष्णु भक्त इक्षवाकुवंशीय राजा अंबरीष को क्रोधवश गलत श्राप देने के कारण सुदर्शन चक्र, महर्षि दुर्वासा को मारने के लिए पीछा करने लगे। महर्षि को भगवान विष्णु ने अभयदान के लिए प्रयागराज में संगम तट से एक योजन की दूरी पर भगवान शिव की तपस्य़ा करने को कहा। महर्षि दुर्वासा ने गंगा तट पर शिवलिंग की स्थापना कर भगवान शिव का तप और पूजन किया, जिससे उन्हें अभयदान मिला। पौराणिक मान्यता है कि महर्षि द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से अभयदान मिलता है।

प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम

दूर्वा अर्थात दूब घास को ही अपना आहार बनाने वाले महर्षि दुर्वासा का आश्रम प्रयागराज में झूंसी क्षेत्र के ककरा दुबावल गांव में स्थित है। यहां महर्षि दुर्वासा के आश्रम में एक प्राचीन शिव मंदिर है। मान्यता है कि मंदिर में शिव लिंग की स्थापना स्वयं दुर्वासा ऋषि ने ही की थी। मंदिर के गर्भगृह में साधना अवस्था में महर्षि दुर्वासा की प्रतिमा भी स्थापित है। साथ ही मंदिर के प्रांगण में अत्रि ऋषि, माता अनसुइया, दत्तात्रेय भगवान, चंद्रमा, हनुमान जी और मां शारदा की प्रतिमाएं भी है। महर्षि दुर्वासा को वैदिक ऋषि अत्रि और सती अनसुइया का पुत्र और भगवान शिव का अंश माना जाता है। भगवान दत्तात्रेय और चंद्रमा उनके भाई हैं। सावन मास में यहां प्रतिवर्ष मेला लगता है तथा मार्गशीर्ष माह की चतुर्दशी के दिन दुर्वासा जंयति मनाई जाती है।

महाकुम्भ में पर्यटन विभाग ने करवाया है दुर्वासा आश्रम और शिव मंदिर का जीर्णोद्धार

महाकुम्भ 2025 के दिव्य, भव्य आयोजन में सीएम योगी के निर्देश के अनुरूप प्रयागराज के मंदिर और घाटों का जीर्णोद्धार हो रहा है। इसी क्रम में पर्यटन विभाग ने महर्षि दुर्वासा आश्रम का भी जीर्णोद्धार कराया है। मंदिर के प्रवेश मार्ग पर रेड सैण्ड स्टोन के तीन विशाल द्वार का निर्माण हुआ है। मंदिर की पेंटिग और लाईटिंग का कार्य भी करवाया जा रहा है। महाकुम्भ में संगम स्नान करने वाले श्रद्धालु अभयदान पाने के लिए महर्षि दुर्वासा आश्रम और शिवलिंग का पूजन करने जरूर आते हैं।

Continue Reading

Trending