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प्रादेशिक

एग्जाम में चीटिंग के शक में टीचर ने उतरवाए कपड़े, घर आकर छात्रा ने लगा ली आग

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जमशेदपुर। जमशेदपुर से शुक्रवार को दिल दहला देने वाला मामला प्रकाश में आया है. जहां भुइयांडीह छायानगर नौवीं कक्षा की छात्रा ने चीटिंग के शक में शिक्षक द्वारा कपड़े उतरवाने की ग्लानि से स्कूल से घर आकर खुद को आग के हवाले कर दिया। करीब 80 फीसदी जल चुकी छात्रा को परिजन एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां छात्रा की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए टाटा मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि छात्रा शारदामनी स्कूल के कक्षा नौवीं की छात्रा है। जहां परीक्षा चल यही थी। इसी दौरान शिक्षिका को छात्रा द्वारा चीटिंग किए जाने का शक हुआ। जिसके बाद शिक्षिका छात्रा को दूसरे कमरे में ले गयी और वहां उसके कपड़े उतरवाकर उसकी जांच की गई, जिससे छात्रा को काफी ग्लानि हुई, और उसने घर आकर खुद को आग के हवाले कर दिया।

परिजनों ने बताया कि इसकी जानकारी छात्रा की सहेली ने दी। उधर घटना के बाद परिवार में मातम छा गया है। फिलहाल मामले की सूचना सीतारामडेरा थाना पुलिस को दे दी गई है.

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उत्तराखंड

गुजरात से हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आए दो बच्चों की डूबने से मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

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हरिद्वार। गुजरात से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आए एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां एक परिवार के 2 नाबालिग बच्चों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह 10 बजे उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।

गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10:00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।

स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

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