प्रादेशिक
मोदी जी सीएम बने तो दंगा समाप्त, पीएम बने तो आतंकी हमले खत्म: सीएम योगी
गिर सोमनाथ/भावनगर/अमरेली, 26 नवंबर। पीएम मोदी के गृह राज्य में उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की धुआंधार रैली हो रही है। शनिवार को चौथे दिन भी उन्होंने तीन जनसभाएं कीं। रैली का आगाज उन्होंने भगवान सोमनाथ के मंदिर में दर्शन व पूजन-अर्चन से किया। इसके बाद तीनों विधानसभा (सोमनाथ, गरियाधार और सावरकुंडला) में जनसभा की। योगी आदित्यनाथ को गुजरात में देखने व सुनने काफी भीड़ उमड़ रही है। योगी आदित्यनाथ ने भी आस्था, पीएम की कार्यशैली, यूपी की कानून व्यवस्था, समृद्ध गुजरात के बलबूते भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। वे यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर पूरी तरह से हमलावर रहे। हर रैली में गुजरात की जनता ने अपनी जमीं पर बुलडोजर बाबा की जय जयकार की और वायदा किया कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पहली और 5 दिसंबर को कमल का फूल खिलाएंगे।
दर्शन-पूजन से किया आगाज
योगी आदित्यनाथ लखनऊ से सोमनाथ पहुंचे। यहां द्वादश ज्योतिर्लिंग में शामिल सोमनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने मंदिर में सभी के सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने सोमनाथ से भाजपा प्रत्याशी मान सिंह भाई परमार के पक्ष में जनसभा की। यहां बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, फिर गुजराती भाषा में जनमानस का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि आज भारत के संविधान का दिवस है। 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ था। 26 जनवरी 1950 को भारत ने इसे अंगीकार किया। भारतीय संविधान के शिल्पी बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने व पीएम के आह्वान पर हर भारतवासी नागरिक कर्तव्यों के प्रति शपथ लेकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करेगा। भगवान सोमनाथ का यह धाम भव्यता को प्राप्त कर रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की विरासत को नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य हो रहा है। विरासत के सम्मान के साथ आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर शहीदों के प्रति देश कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है। सीएम ने भगवान सोमनाथ के मंदिर की रक्षा करते हुए शहीद हुए शूरवीर हमीर गोहिल को याद किया। आम आदमी पार्टी भी योगी आदित्यनाथ के निशाने पर रही। बोले कि दिल्ली से आम आदमी पार्टी का नमूना यहां आया है, वह आतंकवाद का हितैषी है, राम मंदिर का विरोध करता है। जब भारतीय सेना पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो वह वीर जवानों से सबूत मांगता है। पाकिस्तान कहता था कि भारत के सैनिकों ने हमारी कमर तोड़ दी, फिर भी आम आदमी पार्टी को सबूत चाहिए होता है। आतंकवाद व भ्रष्टाचार इनके जींस का हिस्सा है।
भगवान सोमनाथ के चरणों में लिया गया संकल्प पूरा हो रहा
सीएम ने सरदार वल्लभ भाई पटेल व डॉ. भीमराव आंबेडकर को नमन किया। कहा कि सरदार पटेल की सबसे बड़ी प्रतिमा व डॉ. आंबेडकर के पंच तीर्थ को पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने संवारा। पटेल जी सोमनाथ मंदिर का पुनरोद्धार करना चाहते थे, लेकिन मुस्लिम वोटबैंक के कारण कांग्रेस आस्था को कभी सम्मान नहीं देना चाहती थी। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि सोमनाथ मंदिर का पुनरोद्धार हो, लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति से यह संभव हुआ। कांग्रेस ने तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को यहां कार्यक्रम में आने से रोकने का प्रयास किया था। कांग्रेस बाबा साहेब को चुनाव हराने का भरसक प्रयास करती थी। 1990 में भगवान सोमनाथ का आशीर्वाद लेकर अयोध्या तक की रथयात्रा शुरू की गई थी। जो संकल्प भगवान सोमनाथ के चरणों में लिया गया था, भव्य राम मंदिर का निर्माण उसकी परिणीति है। लोग बोलते थे कि राम मंदिर बनेगा तो खून की नदियां बहेंगी, मैं कहता था कि मच्छर भी नहीं मरेगा।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस के संरक्षण में पेशेवर दंगाई, गुंडे व अपराधी आमजन, व्यापारियों व गरीबों का शोषण करते थे। आज उत्तर प्रदेश का बुलडोजर उनकी छाती पर चढ़ रहा है। कोरोना के दौरान लोग दिल्ली से भागकर उपचार के लिए यूपी आ रहे थे। हमने व्यवस्था दी थी। अमित भाई को निकलकर दिल्ली में अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी, जो दिल्ली नहीं संभाल पा रहे, वह गुजरात में क्या कर लेंगे।
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मोदी जी सीएम बने तो दंगा समाप्त, पीएम बने तो आतंकी हमले
गरियाधार विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार केशू भाई नकरानी के पक्ष में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुजरात की धरती महान है। यूपी में जन्मे भगवान कृष्ण कन्हैया यहां आकर द्वारकाधीश हो गए। अयोध्या के पास छपिया में जन्मे भगवान स्वामी नारायण गुजरात में आस्था के प्रतीक बनकर छा गए। दुश्मन अब भारत में निर्दोष नागरिकों को निशाना नहीं बना सकते, पहले राम मंदिर, काशी, गांधीनगर के स्वामी नारायण मंदिर, दिल्ली, मुंबई में कभी भी हमला हो जाता था। मोदी जी जब सीएम बने तो कर्फ्यू-दंगा और जब पीएम बने तो आतंकी हमले समाप्त हो गए। कांग्रेस व आप समाज को तोड़ती है, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है और भाजपा का राष्ट्रवाद बिना भेदभाव सबका साथ और सबके विकास का भाव रखता है। किसी भी स्वाभिमानी को कांग्रेस व आम आदमी पार्टी की तरफ नहीं जाना चाहिए। दोनों दल सत्तालोलुप हैं। इन्हें सत्ता का बंदरबांट चाहिए। इन्हें देश की सुरक्षा-समृद्धि से लेना-देना नहीं है, इसलिए आपका भी उनसे कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए।
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राजनीति के नमूनों को देख आनंद लीजिये, विश्वास न कीजिये
अमरेली जनपद की सावरकुंडला विधानसभा के प्रत्याशी महेश भाई कशवाला के लिए वोट मांगा। बोले कि पीएम मोदी ने 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। हर नागरिक को अहसास कराया गया कि देश के प्रति सिर्फ अधिकार नहीं, कर्तव्य भी है। इस बार यहां कांग्रेस पहले ही हार स्वीकार कर चुकी है। दोनों भाई बहन चुनाव से गायब हैं, यही उनकी हार का परिणाम है। यह सब भारतीय राजनीति के नमूने हैं। इन्हें देखकर आनंद लेना चाहिए, इन पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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