उत्तर प्रदेश
30 नवंबर तक प्रयागराज की रोड्स होंगी सुदृढ़, 50 परियोजनाओं पर तेज गति से काम कर रहा पीडीए
प्रयागराज। प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत सड़क चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के कार्य तेजी से प्रगति पर हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने इस विशाल आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के सुगम आवागमन के लिए शहर की प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण और मजबूती का कार्य 30 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
31 परियोजनाएं 15 नवंबर तक पूरी होंगी
महाकुंभ 2025 के स्वागत के लिए प्रयागराज पूरी तरह से तैयार हो रहा है। आगामी आयोजन को सुगम और स्मरणीय बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। महाकुंभ के मद्देनजर पीडीए कुल 50 परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है। इनमें से 4 परियोजनाएं पहले ही पूरी की जा चुकी हैं। महाकुंभ के शुभारंभ में अभी 70 दिनों से ज्यादा का समय है, जिसे देखते हुए पीडीए का उद्देश्य 31 परियोजनाओं को 15 नवंबर तक पूर्ण कर लेना है, जिससे जल्द से जल्द शहर के बुनियादी ढांचे में सुधार लाया जा सके।
30 नवंबर तक शेष परियोजनाओं के पूर्ण होने का लक्ष्य
बाकी बची 15 परियोजनाओं को 30 नवंबर तक पूरा करने की योजना है। इनमें सड़कों का चौड़ीकरण, ड्रेनेज सिस्टम, लाइटिंग, और अन्य बुनियादी सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण शामिल है। इससे शहर में यातायात सुगम होगा और आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हनुमान मंदिर कॉरिडोर 10 दिसंबर तक होगा पूरा
महाकुंभ के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कॉरिडोर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा। इस कार्य को समय पर पूरा करने से मंदिर क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन और सुगमता को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
समय पर पूरा होगा काम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हाल ही में महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की थी। इस बैठक में प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
वर्जन
महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उनके आवागमन को सुगम बनाने के लिए रोड्स के चौंडीकरण, सुदृढ़ीकरण के साथ ही सौंदर्यीकरण पर युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण सभी परियोजनाओं को समय पर पूर्ण कर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के अनुभव को यादगार बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अजीत कुमार सिंह, पीडीए सचिव
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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