Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

चिंता बढ़ा रहा है टोमैटो फीवर, जानिए क्या है इसके लक्षण व बचाव के उपाय

Published

on

Loading

कोरोना और मंकीपॉक्स के कहर से इंसानी जीवन अभी पूरी तरह से उबर भी नहीं पाया है कि टोमैटो फीवर या टोमैटो फ्लू नाम की एक नई बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, पिछले दिनों केरल में 80 से ज्यादा लोगों में टोमेटो फीवर के वायरस नजर आए हैं।

यह बहुत ही रेयर वायरस है जिसमें हाथों में लाल रंग के फफोले हो जाते हैं। इसे टोमैटो फ्लू भी कहते हैं। इस वायरस से ज्यादातर छोटी उम्र के बच्चे ही ग्रसित होते हैं।

आइए जानते हैं आखिर क्या है टोमैटो फीवर और क्या हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय।

क्या है टोमैटो फीवर –

टोमैटो फीवर एक वायरल इंफेक्शन है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चे को प्रभावित कर रहा है।

इस वायरल इंफेक्शन का नाम टोमैटो फ्लू इसलिए रखा गया है क्योंकि इससे संक्रमित होने पर बच्चों के शरीर पर टमाटर की तरह से लाल रंग के दानें हो जाते हैं।

इसकी वजह से उन्हें स्किन पर जलन और खुजली होती है।

इसके अलावा इस बीमारी से संक्रमित होने पर रोगी बच्चे को तेज बुखार भी आता है।

टोमैटो फ्लू से संक्रमित होने वाले बच्चों को डिहाइड्रेशन की समस्या के साथ-साथ शरीर और जोड़ों में दर्द भी गंभीर रूप से होता है।

टोमैटो फ्लू के लक्षण

इसके मुख्य लक्षणों में डिहाइड्रेशन, स्किन रैशेज, त्वचा में इर्रिटेशन या खुजली शामिल हैं।

-शरीर पर टमाटर जैसे चकत्ते और दानें।

-तेज बुखार।

-शरीर और जोड़ों में दर्द।

-जोड़ों में सूजन।

-पेट में ऐंठन और दर्द।

-जी मिचलाना, उल्टी और दस्त।

-खांसी, छींक और नाक बहना।

-हाथ के रंग में बदलाव।

-मुंह सूखना।

-डिहाइड्रेशन।

-अत्यधिक थकान।

-स्किन में जलन।

टोमैटो फीवर से बचाव-

-यह एक प्रकार का दुर्लभ फ्लू है इसलिए इससे संक्रमित बच्चों का इलाज भी फ्लू की तरह से किया जा रहा है।

-ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

-संक्रमित बच्चे को उबला हुआ साफ पानी पिलाएं, ताकि वह हाइड्रेटेड रह सके।

-फफोले या रैशेज पर खुजली करने से बच्चे को रोकें।

-घर और बच्चे के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें।

-गर्म पानी से नहाएं।

-संक्रमित बच्चे से दूरी बनाकर रखें।

-हेल्दी डाइट का सेवन करें।

Continue Reading

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

Continue Reading

Trending