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उत्तर प्रदेश

राजनाथ सिंह से मिले व्यापारी, खुदरा व्यापार बचाने की लगाई गुहार

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rajnath singh

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लखनऊ। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल के नेतृत्व में प्रमुख पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल देश के रक्षा मंत्री एवं लखनऊ के सांसद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से उनके आवास पर मिला। संदीप बंसल ने रक्षा मंत्री को ज्ञापन देते हुए उनसे देश के खुदरा व्यापार को बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों एवं बड़े औद्योगिक घरानों से बचाने की गुहार लगाई।

बंसल ने कहा कि इन बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर अतिरिक्त टैक्स लगाकर खुदरा व्यापार को बचाया जा सकता है और सरकार के राजस्व को भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल तभी आगे बढ़ सकता है जब देश के परंपरागत खुदरा व्यापार को जिंदा रखा जाएगा मौजूदा परिस्थितियों में खुदरा व्यापार में बहुत तेजी से गिरावट आ रही ।

उन्होंने कहा कि हमारे देश का मस्तक वर्तमान सरकार के और प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में निरंतर ऊंचा हो रहा है और पूरे विश्व में हमारे देश का डंका बज रहा है ऐसे में स्वदेशी व्यापारी भी ठीक रहे इसको भी देखने का काम भारत सरकार को करना होगा और स्वदेशी को बढ़ावा देना होगा।

रक्षा मंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के मंत्री प्रदीप अग्रवाल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मीडिया प्रभारी सुरेश छाबलानी, उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आकाश गौतम, महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष अनीता जायसवाल, महामंत्री एकता अग्रवाल,मुर्दुला भार्गव, अनुराधा जयसवाल, आदर्श अग्रवाल, आरके मिश्रा, मलखान सिंह,महेश राठौर प्रमुख रहे।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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