Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अलीगढ़ में गरजे सीएम योगी, कहा- लाल टोपी के काले कारनामे उत्तर प्रदेश में मत पनपने दीजिए

Published

on

Loading

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में 20 नवंबर को 9 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव है। इसे लेकर सीएम योगी लगातार चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ के खैर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी कैंडिडेट के लिए प्रचार करने गए। यहां गरजते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं बार-बार कहता हूं बंटो मत। इतिहास बताता है जब भी बंटे हैं, कटे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मैं आज आपसे कहना आया हूं अगर बंटोगे तो कटोगे और एक रहोगे तो नेक रहोगे, सुरक्षित रहोगे। इतिहास बताता है जब हम बैठे थे तो हमें राम मंदिर का अपमान का सामना करना पड़ा था इसलिए मैं आपसे कहना आया हूं, यह बांटने वाले लोग आपके दुश्मन हैं। आपके सामने आपके चेहरे पर मीठे-मीठी बातें बोलेंगे और वोट की राजनीति करेंगे। लाल टोपी काले कारनामे इसको पनपने मत दीजिए उत्तर प्रदेश में।

आप सब लोग जानते हो पहले अलीगढ़ सुरक्षित नहीं था यहां पर हर दासवें दिन कर्फ्यू लगता था। दंगा होता था और त्योहार भी शांतिपूर्ण तरीके से नहीं बनाए जाते थे और गुंडागर्दी चरम पर थी। गरीब को राशन नहीं मिलता था। प्रधानमंत्री के नाम पर आवास योजना एक गांव में एक व्यक्ति को किसी को शौचालय नहीं मिलता था। पेंशन भी समाजवादी पार्टी के लोगों को मिलती थी, गरीबों को नहीं मिलती थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के मुकुट को, भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर को एक बार फिर आतंकवाद का गढ़ बनाने के लिए शरारत शुरू हो चुकी है। इसीलिए आपसे कहने के लिए आए हैं कांग्रेस जब भी सफल होगी, आपको विभाजित करके सफल होगी। इसलिए बांटिए मत। इस देश का इतिहास बताता है कि बंटे थे तो राम मंदिर का अपमान हमें झेलना पड़ा। मथुरा में भगवान कृष्ण का अपमान हमारे सामने आया था। भगवान विश्वनाथ का अपमान हमारे सामने आया था।

अलीगढ़ की रैली में सीएम योगी ने आगे कहा, ‘क्या कुछ नहीं हुआ हमारी मां-बहन और बेटियों के साथ। अगर इन सबके बावजूद भी गांधारी की तरह आंखों पर पट्टी बांधकर जातियों के नाम पर बंटे हुए हैं, अपने स्वार्थों में बंटे हुए हैं तो कटने के सिवाय हमारी दूसरी नियती नहीं होगी। इसीलिए कहने आया हूं बंटो मत। बांटने वाले लोग आपके दुश्मन हैं। आपको बांटने वाले लोग मीठी मीठी बातें बोलेंगे, इनके बहकावे में मत आओ। मैं कहता हूं कि बंटोगे तो कटोगे। एक रहोगे तो नेक रहोगे। एक रहोगे तो सेफ रहोगे।’

उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव का योगी सरकार पर निशाना, कहा- नौकरी भाजपा के एजेंडे का हिस्सा नहीं

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ परीक्षा को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने सोमवार को प्रयागराज में जमकर प्रदर्शन किया। लोकसेवा आयोग के दफ्तर के सामने हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया था। इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में का हिस्सा नहीं है।

उन्होंने कहा कि माहौल ‘योगी बनाम प्रतियोगी’ छात्र हो चुका है। आज उप्र के प्रतियोगी परीक्षाओं के हर अभ्यर्थी, हर छात्र, हर युवक-युवती की ज़ुबान पर यही है कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने चलवाया लाठी-डंडा, नौकरी नहीं जिनका एजेंडा। नहीं चाहिए अनुपयोगी सरकार। भाजपा सरकार नहीं धिक्कार है। अयोग्य लोगों का अयोग्य आयोग’ नहीं चाहिए।

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा के लोग, जनता को रोज़ी-रोटी के संघर्ष में उलझाए रखने की राजनीति करते हैं, जिससे भाजपाई साम्प्रदायिक राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार करते रहें। सालों-साल वैकेंसी या तो निकलती नहीं है या फिर परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं होती है। भाजपा ने छात्रों को पढ़ाई की मेज से उठाकर सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।

उन्होंने कहा कि यही आक्रोशित अभ्यर्थी और उनके हताश-निराश परिवार वाले अब भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन रहे हैं। नौकरीपेशा, पढ़ा-लिखा मध्यवर्ग अब भावना में बहकर भाजपा के बहलावे-फुसलावे में आनेवाला नहीं। अब तो व्हाट्सएप ग्रुप के झूठे भाजपाई प्रचार के शिकार अभिभावकों को भी समझ आ गया है कि अपनी सत्ता पाने और बचाने के लिए भाजपा ने कैसे उनका भावनात्मक शोषण किया है। अब ये लोग भी भाजपा की नकारात्मक राजनीति के झांसे में आने वाले नहीं और बांटने वाली साम्प्रदायिक राजनीति को नकारकर ‘जोड़नेवाली सकारात्मक राजनीति’ को गले लगा रहे हैं। अब कोई भाजपाइयों का मानसिक गुलाम बनने को तैयार नहीं हैं।

अखिलेश ने कहा कि अब सब समझ गये हैं, भाजपा सरकार के रहते कुछ भी नहीं होनेवाला। भाजपा के पतन में ही छात्रों का उत्थान है। भाजपा और नौकरी में विरोधाभासी संबंध है। जब भाजपा जाएगी, तभी नौकरी आएगी।

उन्होंने कहा कि अब क्या भाजपा सरकार छात्रों के हॉस्टल या लॉज पर बुलडोज़र चलाएगी। भाजपाई जिस शिद्दत से नाइंसाफ़ी का बुलडोजर चला रहे हैं, अगर उसी शिद्दत से सरकार चलाई होती तो आज भाजपाइयों को छात्र आक्रोश से डरकर, अपने घरों में छुपकर नहीं बैठना पड़ता। आंदोलनकारियों के ग़ुस्से से घबराकर भाजपाइयों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और गाड़ियों से भाजपा के झंडे उतर गये हैं। आंदोलनकारी युवा ऊँची आवाज़ में पूछ रहे हैं ‘अब कहाँ गायब हैं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के नेता और कार्यकर्ता?’ क्या ये सिर्फ़ समाज को बाँटने के लिए बाहर निकलते हैं। जिस समय छात्रों की आवाज में आवाज मिलाने का समय है, उस समय ये भाजपाई, कहीं दबे-छिपे काट रहे हैं सत्ता की मलाई। सपा प्रमुख ने कहा कि नकारात्मक भाजपा और उसकी नकारात्मक झूठी राजनीति का समय पूरा हो गया है। जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।

 

Continue Reading

Trending