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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ के कैनवास पर रंग चढ़ाने उतरे यूपी के युवा

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प्रयागराज| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 को विराट, भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रयागराज में चौबीस घंटे काम चल रहा है। इसी क्रम में रविवार से प्रदेश सरकार के साथ प्रदेश भर के युवा भी ग्राउंड जीरो पर उतर गए हैं। हरित महाकुंभ के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए अयोध्या, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, कानपुर, कुशीनगर समेत प्रदेश भर के युवा और बच्चे चंद्रशेखर आजाद पार्क में एकत्रित हुए और महाकुंभ के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए तरह-तरह के चित्र कैनवास पर उकेरे। इसमें महाकुंभ के धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व से लेकर इसे स्वच्छ बनाने के मनमोहक चित्र बनाए गए हैं।

एसडीएम, मेला प्राधिकरण अभिनव पाठक के नेतृत्व में प्रयागराज को एक नया स्वरूप देने के लिए पेंट माई सिटी अभियान चलाया गया। इस अभियान में प्रदेश के तमाम कॉलेज के बच्चों के साथ प्रयागराज में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अभिनव पाठक ने बताया कि ग्रीन महाकुंभ के दौरान दुनिया के इस सबसे बड़े सांस्कृतिक महा आयोजन को प्लास्टिक फ्री बनाने की मुहिम चलाई जा रही है। रविवार से शुरू इस अभियान को हर वीकएंड पर चलाए जाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि हरित महाकुंभ का यह अभियान घर-घर पहुंचाने के लिए बड़ी संख्या में युवा आगे आ रहे हैं।

इस अभियान में बड़ी संख्या में स्थानीय युवा, बच्चे और वृद्ध भी शामिल हुए। हरे भरे पर्यावरण का संदेश देने के लिए प्रदेश भर से आए बच्चों ने प्रकृति संबंधी चित्र बनाए, जो महाकुंभ के दौरान आने वाले देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा स्रोत का काम करेंगे। योगी सरकार की पहल पर प्रयागराज का स्वरूप तेजी से बदलने लगा है। यूनिवर्सिटी और विभिन्न कॉलेजों से पहुंचे छात्रों ने महाकुंभ के दौरान आने वाले लोगों के स्वागत की रूपरेखा तैयार की है। यही नहीं, हरित महाकुंभ के उद्देश्य के तहत गंगा नदी की बेल्ट में पहले चरण में 1,34,364 पौधे लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा अभी भी पौधरोपण का काम लगातार जारी है। महाकुंभ के दौरान चौतरफा हरियाली के लिए परेड में भी प्लांटेशन का काम चल रहा है।

महाकुंभ की तैयारी के लिए कॉलेजों में चलेगा अभियान

महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रृद्धालुओं के स्वागत की तैयारी के लिए योगी सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। इसी क्रम में प्रयागराज के तमाम डिग्री कॉलेजों और विद्यालयों में वीकेंड पर सामाजिक सरोकार, वर्कशॉप के अलावा पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं को जागरूक करने की तैयारी है। ये युवा महाकुंभ को लेकर प्रदेश भर में घर घर लोगों तक दिव्य, भव्य के साथ-साथ स्वच्छ और हरित महाकुंभ की योजना साकार करेंगे।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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