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उत्तराखंड

‘निशंक‘ के पैतृक गांव पिनानी पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व सीएम त्रिवेंद्र

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देहरादून। देश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक‘ के पैतृक गांव पिनानी पहुंचे।

पिनानी में ग्रामीणों ने सभी अतिथियों का वाद्य यंत्र व फूल मालाओं से स्वागत किया। इस दौरान डॉ. निशंक द्वारा अपने गांव पिनानी में बनाए गए घर की विधिवत पूजा अर्चना के बाद अपने परिजनों के साथ गृह प्रवेश किया।

इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष /सांसद अजय भट्ट, सांसद तीरथ सिंह रावत, सहकारिता, प्रोटोकॉल, दुग्ध विकास और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश सहित भाजपा पदाधिकारी राजेन्द्र अंथ्वाल, राजेन्द्र प्रसाद टम्टा, नरेन्द्र रावत, बालकृष्ण चमोली, चण्डी प्रसाद पोखरियाल और दूसरे गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम में शामिल होकर ग्राम वासियों के साथ सहभोज भी किया।

 

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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