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प्रादेशिक

जेल भेजे गए विधायक विजय मिश्रा, बोले- मेरी हत्या करा सकती है पुलिस

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भदोही। मध्यप्रदेश में गिरफ्तार किए गए भदोही के विधायक विजय मिश्रा को रविवार रात भदोही लाया गया और अब उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जेल जाते समय विजय मिश्रा ने कहा कि मुझे गैरकानूनी तरीके से यहां कोर्ट में पेश किया गया, जबकि मेरी पेशी एमपी-एमएलए कोर्ट में होनी चाहिए थी। पुलिस मेरी हत्या कराना चाहती है।

मिश्रा को शुक्रवार को मप्र में गिरफ्तार किया गया था। भदोही के पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने कहा कि विधायक को रविवार रात न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक कुमार की अदालत के समक्ष पेश किया गया और उसके बाद नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। एसपी ने कहा कि जिला जेल के जेलर अशोक कुमार गौतम ने जानकारी दी थी कि विधायक वहां सुरक्षित नहीं थे, लिहाजा इसके बाद उन्हें नैनी सेंट्रल जेल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट ने विधायक को केंद्रीय जेल में स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए हैं।

निषाद पार्टी के विधायक मिश्रा को उनके रिश्तेदार की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया। उनके रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने उन पर धमकी देने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। मामले में उनकी पत्नी, राज्य विधान परिषद की सदस्य रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्रा पर आरोप लगाया गया है। लेकिन विधायक की पत्नी और बेटा फरार हैं।

शुक्रवार को मध्य प्रदेश पुलिस ने विजय मिश्रा को तब हिरासत में लिया था, जब वह उज्जैन के रास्ते राजस्थान के कोटा जा रहे थे। विधायक के खिलाफ वर्तमान में 73 मामले दर्ज हैं और पिछले दिनों उन पर गुंडा अधिनियम और कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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