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अन्तर्राष्ट्रीय

WHO का बड़ा आरोप, गाजा में मरीजों से पूछताछ में देरी कर उनकी जान जोखिम में डाल रहा इस्राइल

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WHO chief big allegation on Israel

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यरुशलम। इस्राइल पर सात अक्तूबर को हुए हमास के आतंकी हमले के बाद से युद्ध लगातार जारी है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस्राइल पर आरोप लगाया है कि उसकी लंबी जांच की वजह से गाजा में घायल एक मरीज को समय पर इलाज नहीं मिल पाया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।

इस हरकत से मौत

WHO प्रमुख टेडरोस अदनहोम गेब्रेयेसस ने इस्राइल पर स्वास्थ्यकर्मियों को हिरासत में लेकर और सहायता ट्रकों पर हमला करके गाजा में स्वास्थ्य और बचाव मिशन में समय लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि इन सबके चलते गंभीर रूप से घायल एक मरीज मौत हो गई।

इस्राइल पर आरोप

टेडरोस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘हमें अल-अहली अस्पताल के गाजा में शनिवार को डब्ल्यूएचओ के मिशन के बारे में जानकारी मिली। लंबे समय तक जांच और स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में रखा गया। इसे लेकर हम बहुत चितिंत हैं। ऐसी हरकतें मरीजों के जीवन को खतरे में डाल देती है।

यह है मामला

उन्होंने आरोप लगाया कि अभियान को वादी गाजा चौकी पर दो बार रोका गया, जबकि उत्तरी गाजा के रास्ते में और वापसी के दौरान फलस्तीन रेड क्राइसेंट सोसाइटी के कुछ कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया।  उन्होंने कहा कि जैसे ही कर्मचारियों ने गाजा सिटी में प्रवेश किया तो चिकित्सा आपूर्ति ले जा रहा सहायता ट्रक और एक एंबुलेंस गोलियों की चपेट में आ गई।

देखभाल मिलना गाजा के लोगों का अधिकार

गेब्रेयेसस ने आगे कहा कि इतना ही नहीं कई मरीजों और रेड काइसेंट के कर्मचारियों को एंबुलेंस से बाहर उतारा और कई घंटों तक इनसे पूछताछ की गई। इतने समय तक रोकने की वजह से एक मरीज की रास्ते में ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि गाजा के लोगों को देखभाल मिलना उनका अधिकार है। स्वास्थ्य प्रणाली की रक्षा की जानी चाहिए। यहां तक कि युद्ध में भी।

पहले पहुंचा चुके हैं मदद

इससे पहले, WHO प्रमुख ने बताया था कि डब्ल्यूएचओ और उसके सहयोगी जहां गोलाबारी हो रही है उसके आसपास के क्षेत्र में पहुंच गए हैं। साथ ही, अल-अहली अस्पताल में आवश्यक आघात और सर्जिकल आपूर्ति पहुंचाने में कामयाब रहे।

सात अक्तूबर को हमास ने किया था हमला

बता दें, इस्राइल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। हर तरफ चीख-पुकार मची हुई है। सात अक्तूबर से लेकर अब तक छह हजार से अधिक लोगों की इस संघर्ष में मौत हो चुकी है। वहीं, हमास के बाद इस्राइली सेना भी कार्रवाई करते हुए बिना रुके हमले कर रही है। अभी तक गाजा पट्टी में 5000 और इस्राइल में 1400 लोगों की जान जा चुकी है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को आया हार्ट अटैक, कराची के अस्पताल में चल रहा इलाज

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नई दिल्ली। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को अफगानिस्तान में हार्ट अटैक आया है, जिसके बाद उसे इलाज के लिए कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस समय मसूद अजहर को हार्ट अटैक आया वो अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा था।

जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र में नामित आतंकवादी है और भारत में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टर माइंड समझा जाता है। पाकिस्तान की सरकार और आर्मी पर पर्दे के पीछे से मसूद को शह देने का आरोप लगता रहा है। भारत ने मसूद को पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह मिलने के मुद्दे को कई बार अलग-अलग अतंरराष्ट्रीय मंचों पर भी उठाया है। अजहर कुछ दिन पहले ही चर्चा में आया था, जब उसे पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सार्वजनिक सभा में भाषण देते हुए देखा गया था। इस दौरान भी मसूद अजहर ने भारत के लिए जमकर जहर उगला था।

साल 2019 में पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के षडयंत्रकर्ता माने जाने वाले अजहर को उसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। इसके बाद वर्ष 2022 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के हवाले से कहा गया था कि अजहर अफगानिस्तान भाग गया है। हालांकि बार-बार इस तरह की तस्वीरें और रिपोर्ट सामने आई हैं, जो बताती हैं कि मसूद पाकिस्तान में अपनी गतिविधियां चला रहा है। मसूद पर 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने का भी आरोप है।

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