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अन्तर्राष्ट्रीय

अंतरराष्ट्रीय समर्थन रहे या जाए, गाजा में जंग नहीं रुकने वाली: इजरायल का युद्ध विराम से साफ़ इंकार

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Israeli Foreign Minister Eli Cohen

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तेल अवीव। इजरायल ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नाराजगी की चिंता किए बिना गाजा में लड़ाई जारी रखेगा। इजरायल ने साफ कर दिया है कि उसका युद्धविराम की तरफ जाने का कोई इरादा नहीं है, भले ही वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन खो दे। इजरायल की ओर से ये बयान ऐसे समय आया है, जब उस पर गाजा में युद्ध रोकने का भारी दबाव है। गाजा में इजरायली सेना के हमले में आम लोगों की मौतों पर दुनियाभर में उसे आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

इजरायल से लगातार युद्धविराम की अपीलें भी दुनिया के अलग-अलग देशों के नेता कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी युद्धविराम पर प्रस्ताव पास हो गया है। हालांकि इजरायल ने युद्धविराम की तरफ जाने से साफ इनकार कर दिया है। इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने बुधवार को एक बार हमास को पूरी तरह से खत्म करने की बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि हमास की सैन्य और राजनीतिक पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही गाजा में लड़ाई रुकेगी, उसस पहले हम अपने अभियान को नहीं रोकेंगे।

कोहेन ने कहा, इस समय गाजा में युद्धविराम के लिए राजी होने का मतलब हमास को एक गिफ्ट देना है। युद्ध विराम के चलते मिले समय को हमास खुद को मजबूत करने में करेगा, जो इजरायल के लिए खतरा बनेगा। ऐसे में इजराइल हमास के खिलाफ अपना युद्ध जारी रखेगा। इसके लिए वह इसकी फिक्र नहीं करेगा कि उसको अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है या नहीं।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी युद्धविराम पर प्रस्ताव

गाजा में जारी जंग को लेकर दुनियाभर में चिंता है। इसी के चलते मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गाजा में युद्धविराम की मांग वाले प्रस्ताव को भारी बहुमत से पास किया है। संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 153 ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया है, भारत ने भी जंग और रोकने के पक्ष में अपना वोट दिया है।

इस प्रस्ताव के खिलाफ सिर्फ 10 देशों ने वोट किया है, जिसमें इजरायल के अलावा अमेरिका शामिल है। इससे साफ जाहिर कि दुनिया के ज्यादातर देश गाजा में जारी लड़ाई को रोके जाने के पक्ष में हैं। इजरायल और अमेरिका ही लड़ाई को जारी रखने के पक्ष में अड़े हुए हैं।

बता दें कि इजरायल की ओर से गाजा पट्टी में बीते दो महीने से ज्यादा समय से हमले किए जा रहे हैं। इजरायल का कहना है कि 7 अक्टूबर के हमले का बदला लेने के लिए वह हमास को निशाना बनाते हुए ये कार्रवाई कर रहा है। वहीं, दूसरी और फिलिस्तीनी प्राधिकरण और हमास का कहना है कि इजरायल के हमलों में आम लोग मारे जा रहे हैं। इजरायल की सेना रिहाइशी इलाकों को निशाना बना रही है, जिससे आम लोग मर रहे हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

मुंबई आतंकी हमलों के गुनहगार अब्दुल रहमान मक्की की मौत, हार्ट अटैक से गई जान

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मुंबई। मुंबई आतंकी हमलों का गुनहगार और प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के डिप्टी चीफ हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। पाकिस्तानी मीडिया से इस बात की जानकारी मिली है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार हाफ़िज़ अब्दुल रहमान मक्की की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई है। हाफिज अब्दुल रहमान मक्की 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का रिश्तेदार था।

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के उप प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की पुष्टि की गई है। जमात-उद-दावा (जेयूडी) के एक अधिकारी ने बताया कि मक्की को 27 दिसंबर की सुबह दिल का दौरा पड़ा और उसने अस्पताल में आखिरी सांस ली। आतंकी हाफिज अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तान के भीतर ही गुमनाम की तरह जिंदगी काटने लगा था। वो इसलिए कि 2020 में आतंकवाद निरोधी अदालत ने मक्की को आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए 6 महीने की कैद की सजा सुनाई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (JuD) के उप प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की को कई बीमारियां लग चुकी थीं। वो काफी समय से अस्वस्थ चल रहा था। पिछले दिनों वो लाहौर के निजी अस्पताल में गंभीर मधुमेह का इलाज करा रहा था। इसी दौरान मक्की को हार्ट अटैक आया और वो मर गया।

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