Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के चलते प्रदेश के 06 जिले वैश्विक महामारी को हराने में सफल हुए हैंः सीएम योगी

Published

on

Loading

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के प्रकोप से लगातार यूपी की स्थिति बेहतर होती जा रही है। शुक्रवार को 06 जनपद कोरोना से पूरी तरह मुक्त हो गये हैं। 36 जनपदों में इकाई में मरीज पाए गये हैं।

प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी की दर 0.04 पहुंच गई है जो एक बड़ी उपलब्धि बना है। पिछले कई दिनों से 38 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया है। उपचार पा रहे सभी मरीज स्वस्थ हो गये हैं। 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य में यूपी मॉडल से कोरोना पूरी तरह से समाप्ति की ओर पहुंच चुका है।

सरकार के एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के चलते प्रदेश के 06 जिले वैश्विक महामारी को हराने में सफल हुए हैं। इनमें अलीगढ़, हाथरस, कसगंज, ललितपुर, महोबा, श्रावस्ती शामिल हैं। इन सभी जिलों में कोविड का एक भी मरीज नहीं है।

इन सभी जिलों में कोविड की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन ने बड़ी जिम्मेदारी निभाई है।

प्रदेश सरकार ने महामारी को मात देने में प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग की तारीफ करी है। इसके साथ में सरकार ने कोरोना मुक्त ह़ए सभी जिलों में एग्रेसिव टेस्टिंग को जारी रखने और टेस्ट की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं आने देने के निर्देश दिये हैं। सरकार पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि कोरोना से मुक्त होने वाले जनपदों में अगर एक सप्ताह तक संक्रमण का कोई केस नहीं आता है तो उन जनपदों को पुरस्कृत किया जाएगा।

सरकार ने दिये और अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश

देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे तेज कोरोना संक्रमण को नियंत्रित वाले उत्तर प्रदेश में सरकार ने और अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिये है। इसके लिये अन्य राज्यों से ट्रेन, हवाई जहाज, बस आदि से समूह में प्रदेश में आ रहे लोगों की जांच की व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिये गये हैं। स्वच्छता के विशेष अभियान को चलाए रखने, टीकाकरण अभियान को गति देने के साथ ही, अस्पतालों में इलाज की व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।

उत्तराखंड

गुजरात से हरिद्वार गंगा स्नान के लिए आए दो बच्चों की डूबने से मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

Published

on

Loading

हरिद्वार। गुजरात से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आए एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां एक परिवार के 2 नाबालिग बच्चों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार सुबह 10 बजे उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।

गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10:00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।

स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

Continue Reading

Trending