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मुख्य समाचार

खौफ के कारण पॉलिटिक्स से दूर रहना चाहता है बॉलीवुड : अजय देवगन

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ajay devganमुंबई। अपनी फिल्म ‘शिवाय’ रिलीज होने का इंतजार कर रहे अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि बॉलीवुड राजनीति से डरा-सहमा रहता है, क्योंकि अगर कोई शख्स किसी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ कुछ बोलता है, तो उसकी फिल्म को रिलीज होने से रोक दिया जाता है। 28 अक्टूबर को बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ‘शिवाय’ की टक्कर करण जौहर की ‘ऐ दिल है मुश्किल’ से है। इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान ने भूमिका निभाई है, इसलिए इसे एक राजनीतिक पार्टी से रिलीज न होने देने की धमकी मिली थी।

इससे पहले असहिष्णुता पर बयान देने के कारण बॉलीवुड हस्तियों शाहरुख खान और आमिर खान को ‘राष्ट्रवादियों’ से खरी-खोटी सुननी पड़ी थी। यहां तक कि फिल्म निर्माता मुकेश भट्ट को हाल ही में ऐलान करना पड़ा कि वह पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे।

अजय से यह पूछने पर कि क्या इन बयानों के पीछे राष्ट्रवाद या डर है तो उन्होंने कहा, दोनों। जब राष्ट्रवाद की बात आती है तो मैं देश के साथ खड़ा हूं, लेकिन जब राजनीति की बात आती है तो बॉलीवुड के लोग डर जाते हैं। अगर आज आप किसी समूह के खिलाफ कुछ कहते हैं तो आपकी फिल्म रोक दी जाएगी और कुछ गलत जरूर होगा।

आगे उन्होंने कहा, राजनीति से संबंधित मामलों में हम असुरक्षित महसूस करते हैं। राष्ट्रवाद के बारे में मुझे नहीं लगता कि हम (बॉलीवुड) बंटे हुए हैं। हम राजनीति से दूर रहना चाहते हैं।

अजय ने अपनी पत्नी काजोल के साथ शनिवार को एक न्यूजचैनल के कार्यक्रम में पाकिस्तानी कलाकारों के संदर्भ में वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की। देवगन को लगता है कि फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है, जहां धर्म कभी मुद्दा नहीं बना। फिल्म जगत के अन्य लोगों की तरह ही अजय को भी लगता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध सुधरने तक वह सीमा पार के कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे। उन्होंने हालांकि फिल्म कच्चे धागे में नुसरत फतेह अली के गाए गीत को सबसे अच्छा बताया।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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