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मुख्य समाचार

अधिकारियों का मनोबल नहीं गिरा : दिल्ली सरकार

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नई दिल्ली| दिल्ली सरकार ने गुरुवार को उन रिपोर्टों को खारिज किया जिनमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री और उप-राज्यपाल के बीच नौकरशाहों की निुयक्ति को लेकर विवाद बढ़ने के कारण अधिकारियों का मनोबल गिर गया है। आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, “प्रत्येक सरकारी अधिकारी मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के साथ पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहा है।”

उन्होंने कहा, “मनोबल उन अधिकारियों का गिरा है जो अपने पद का दुरुपयोग करते हैं, न कि मेहनत करने वाले अधिकारियों का।”

सिसोदिया हालांकि केजरीवाल सरकार में उप-मुख्यमंत्री हैं, लेकिन वह मुख्यमंत्री के भरोसेमंद भी हैं। वह उप-मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण पद भी संभाले हुए हैं और केजरीवाल के बाद सरकार में वह सबसे वरिष्ठ व्यक्ति हैं।

केजरीवाल के नेतृत्व में आप ने फरवरी में दिल्ली की सत्ता संभाली थी। फिलहाल सरकार और उप-राज्यपाल नजीब जंग के बीच वरिष्ठ अधिकारियों, खासकर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले को लेकर विवाद बढ़ गया है।

इससे इस तरह की अटकलों को बल मिला है कि दिल्ली सरकार में काम करने वाले आईएएस अधिकारी प्रभावित हुए हैं और इसलिए वे कहीं अन्य तबादला चाहते हैं।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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