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मनोरंजन

अपने पिता को कभी स्टार नहीं माना : अक्षय खन्ना

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मुंबई, 1 जुलाई (आईएएनएस)| फिल्म ‘मॉम’ के साथ एक बार फिर दर्शकों के सामने आ रहे अक्षय खन्ना ने कहा कि वह महसूस करते हैं कि फिलहाल अपने दिवंगत पिता विनोद खन्ना की यादों को साझा करना जल्दबाजी होगी। विनोद खन्ना का 27 अप्रैल को निधन हो गया था।

अपने दिवंगत पिता विनोद खन्ना के बारे में बात करने से पहले अक्षय भावुक हो गए। वह थोड़ी देर रुके और फिर आईएएनएस के साथ बात करते हुए कहा, आपको पता है कि अब वह हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन अब मैंने उनके बारे में उस नजरिए (एक फिल्म सितारे) सोचना शुरू किया है, क्योंकि मैंने उन्हें कभी इस नजर से नहीं देखा कि वह अभिनेता हैं।

अपनी दो नई फिल्में रिलीज होने का इंतजार कर रहे अक्षय ने कहा, वह हमेशा से केवल मेरे पिता रहे। अब मैंने उन्हें एक सितारे के रूप में देखना शुरू किया है, जिससे बहुत सारे लोग प्यार और उनका सम्मान करते हैं। हमने उन्हें अभी खोया है, इसलिए मेरे लिए उनकी यादों पर अभी बात करना जल्दबाजी होगी। मुझे थोड़ा समय चाहिए।

‘दिल चाहता है’, ‘बॉर्डर’, ‘रेस’, ‘ताल’ और ‘हमराज’ जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के अभिनेता अक्षय अब अपनी अगली फिल्म ‘मॉम’ और ‘इत्तेफाक’ की तैयारी कर रहे हैं।

अक्षय का मानना है कि सिनेमा सहयोगत्मक कला है, जहां सह-कलाकार, निर्देशक या फिर अन्य तकनीशियन किसी भी अच्छी प्रतिभा के साथ काम करने से दूसरे का प्रदर्शन बेहतर होता है।

‘मॉम’ में अक्षय एक पुलिसकर्मी का किरदार निभा रहे हैं। इसमें दिग्गज श्रीदेवी व नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी हैं।

इन कलाकारों के साथ शूटिंग के अनुभव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, अच्छे निर्देशन व सह-कलाकारों के साथ अच्छे संयोजन से आप अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं। जबकि एक सिनेमैटोग्राफर या फिर फिल्म एडिटर खराब एडिटिंग आपके प्रदर्शन को बर्बाद कर सकता है, इसलिए अच्छी टीम के साथ कामना स्वार्थी लेकिन अच्छा है।

सभी कलाकारों के प्रदर्शन के सवाल पर अक्षय ने कहा, हमें वास्तव में इस पर बात करने की जरूरत नहीं है कि श्रीदेवी कितनी अच्छी अभिनेत्री हैं। लेकिन नवाज बहुत मजेदार हैं, देखिए दृश्य केवल कागज पर कल्पनाओं को शब्दों में बयां करने के अलावा कुछ नहीं है। जब कलाकार इसे कैमरे के सामने अभिव्यक्त करता है तो यह कल्पना जीवंत हो जाती है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि सभी कलाकारों ने अपना कला-कौशल बिखेरा है।

अक्षय ने कहा कि फिल्म के ट्रेलर से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।

बकौल अक्षय, मैं इस तथ्य पर बहुत आश्वस्त हूं कि फिल्म दर्शकों को प्रभावित करेगी। मैं बॉक्स ऑफिस नंबर की भविष्यवाणी नहीं कर सकता, लेकिन प्रभाव का आश्वासन देता हूं।

बोनी कपूर निर्मित फिल्म ‘मॉम’ सात जुलाई को रिलीज होगी।

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उत्तर प्रदेश

योगी को यूपी का साथ, 9 में जीतीं सीटें सात

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लखनऊ |  योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश की जनता ने एक बार फिर बता दिया कि उन्हें योगी आदित्यनाथ का ही साथ पसंद है। प्रदेश में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में सात पर एनडीए ने जीत दर्ज की। इसमें से छह पर भारतीय जनता पार्टी और एक सीट पर एनडीए गठबंधन (रालोद) ने जीत हासिल की। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के हिस्से की कुंदरकी व कटेहरी सीट भी जीत ली। इन दोनों सीटों पर नया इतिहास लिखा गया।

पांच दिन में योगी आदित्यनाथ ने किए थे 15 चुनावी कार्यक्रम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी व रालोद प्रत्याशी के पक्ष में पांच दिन में 15 चुनावी कार्यक्रम किए। सीएम योगी ने फूलपुर, मझवा, खैर व कटेहरी में दो-दो रैली की। गाजियाबाद में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक रैली व एक रोड शो कर कमल को फिर से खिलाने की अपील की, जिस पर जनता ने मुहर लगाया। वहीं कुंदरकी व मीरापुर में भी सीएम की रैली हुई। इसका असर यह हुआ कि कुंदरकी में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की।

कटेहरी में तीन दशक बाद कमल का कमाल, 34514 वोट से दर्ज की जीत

कटेहरी में लगभग तीन दशक से अधिक समय से इस सीट पर भाजपा को जीत नहीं मिल पा रही थी, लेकिन इस बार उपचुनाव में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कटेहरी में भी कमल ने कमाल कर दिखाया। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने तीन दशक बाद यहां कमल खिलाया। धर्मराज निषाद ने न सिर्फ सपा से यह सीट छीनी, बल्कि सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा को 34514 के बड़े अंतर से हराया।

कुंदरकी में भी खिला कमल, योगी को मिला जनता का साथ

2022 विधानसभा चुनाव में कुंदरकी में समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस सीट पर भी विधायक के सांसद चुने जाने के कारण यहां उपचुनाव हुआ। इस सीट पर भी काफी समय से समाजवादी पार्टी का कब्जा था, लेकिन 2024 में हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह सीट भाजपा के खाते में गई। योगी के आह्वान पर जनता ने यहां से सपा को चारों खाने चित कर दिया। यहां के भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर ने सपा के मो. रिजवान को काफी बड़े अंतर से पराजित किया।

मझवा, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर व मीरापुर में भी योगी-योगी

मझवा, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर के साथ ही मीरापुर में भी रैलियों से चल रही योगी-य़ोगी की गूंज शनिवार को जीत के बाद और तेज होती गई। मीरापुर में रालोद व अन्य सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की। मझवा में विनोद बिंद, फूलपुर से प्रवीण पटेल, गाजियाबाद से अतुल गर्ग, खैर से अनूप प्रधान वाल्मीकि व मीरापुर से चंदन चौहान के सांसद चुने जाने के उपरांत यहां उपचुनाव कराए गए। इन सीटों को बरकरार रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अन्य सीटों पर जीत हासिल की।

सपा के घर करहल के साथ सीसामऊ में जीत का अंतर भी हुआ कम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मेहनत का ही प्रतिफल है कि समाजवादी पार्टी के घर करहल में भी सपा की जीत का अंतर काफी कम हुआ। 2022 आमचुनाव में सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव ने यहां 67504 वोटों से जीत हासिल की थी, जो 2024 उपचुनाव में घटकर महज 14725 वोट पहुंच गई। तेज प्रताप यादव को यहां से 104304 वोट मिले। भाजपा के अनुजेश यादव ने 89579 वोट प्राप्त किया। वहीं सीसामऊ में 2022 में सपा के इरफान सोलंकी ने 12266 वोटों से जीत हासिल की। उपचुनाव में सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने 69714 वोट पाकर 8564 वोट से जीत दर्ज की। यहां से भाजपा के सुरेश अवस्थी को 61150 वोट मिले।

सात सीटों पर जीत व अंतर

कुंदरकी- रामवीर सिंह ठाकुर
गाजियाबाद- संजीव शर्मा- 96946 (69351 से जीत)
फूलपुर- दीपक पटेल- 78289 (11305 से जीत)
मझवां- सुचिस्मिता मौर्या- 77737 (4922 से जीत)
कटेहरी- धर्मराज निषाद- 104091 (34514 से जीत)
खैर- सुरेंद्र दिलेर – 100181 (38393 से जीत)
मीरापुर- मिथिलेश पाल (रालोद)- 84304 (30796 से जीत

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