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अमर सिंह व माया को नहीं भायी ‘रामगोपाल रिर्टन्स’

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ram gopal spलखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी से निष्कासित प्रो. रामगोपाल यादव की 25 दिन बाद घर वापसी पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि यह परिवार और पार्टी में मचे घमासान की लीपापोती हैं। वहीं, सपा से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा कि रामगोपाल तो पार्टी के ‘इनसाइडर’ हैं और वह ‘आउटसाइडर’ व्यक्ति हैं। दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी और मुलायम परिवार दो खेमों में बंटा है। वह एकजुटता का कितना भी दिखावा कर लें, लेकिन पार्टी अखिलेश और शिवपाल खेमों में बंटी है। रामगोपाल की वापसी महज एक लीपापोती है कि सब कुछ ठीक है।

मायावती ने मुस्लिमों को सचेत करते हुए कहा, समाजवादी पार्टी का मुख्य यादव वोट मुलायम परिवार में चल रहे कलह की वजह से दो खेमों में विभाजित हो जाएगा, जिससे आने वाले चुनावों में भाजपा को फायदा पहुंचेगा।

ज्ञात हो कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को एक पत्र जारी कर रामगोपाल के 6 साल के निष्कासन को तत्काल प्रभाव से खत्म करते हुए उनकी वापसी कराई है। रामगोपाल को उनके पुराने पदों पर भी बहाल कर दिया गया है।

इधर, रामगोपाल यादव की पार्टी में वापसी के बाद सपा के राज्यसभा सांसद और रामगोपाल के धुर विरोधी अमर सिंह ने कहा कि ये नेताजी की पार्टी है। वह अपनी मर्जी से किसी को भी निकाल सकते या वापस ले सकते हैं। नेताजी बड़े दिलवाले हैं, वह पार्टी के बाप हैं। उनके फैसले को कौन चुनौती दे सकता है।

उन्होंने कहा, रामगोपाल ने कहा था कि अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया जाएगा। मैं एक बार निकाला जा चुका हूं, दोबारा निष्कासन के लिए तैयार हूं। रामगोपाल इनसाइडर हैं, वह हमेशा इनसाइडर ही रहेंगे और मैं आउटसाइडर हूं, आउटसाइडर रहूंगा।

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बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

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नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

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