Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

अमेरिका ने 2017 में 33000 शरणार्थी स्वीकारे

Published

on

Loading

वाशिंगटन, 6 जुलाई (आईएएनएस)| अमेरिका ने 2017 में केवल 33,000 शरणार्थियों को शरण दी। वर्ष 2016 में यह आंकड़ा 97,000 था। इस आंकड़े की 2017 से तुलना करें तो इसमें दो-तिहाई की गिरावट आई है।

अमेरिका स्थित प्यू रिसर्च केंद्र की ओर से प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के आंकड़े से यह जानकारी मिली है। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, थिंक टैंक ने शुक्रवार को कहा, अमेरिका में शरणार्थियों को शरण देने में कमी और डोनाल्ड ट्रंप के जनवरी 2017 में राष्ट्रपति बनना दोनों एक साथ हुआ।

यह पहली बार है कि 1980 में शरणार्थी अधिनियम को मंजूरी दिए जाने के बाद अमेरिका ने पूरी दुनिया के मुकाबले कम शरणार्थियों को शरण दी है। देश ने 1980 से वैश्विक स्तर पर 40 लाख शरणार्थियों में से 30 लाख शरणार्थियों को स्वीकार किया है।

वर्ष 2016 में, राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में अमेरिका ने 97,000 शरणार्थियों को शरण दी, जबकि अन्य देशों में 92,000 शरणार्थियों को बसाया गया।

वर्ष 2017 में कम संख्या के बावजूद, शरणार्थियों को बसाने के मामले में अमेरिका 33,000 के आंकड़े के साथ सबसे आगे है। इसके बाद कनाडा(27,000), आस्ट्रेलिया(15,000), ब्रिटेन(6,000), जर्मनी, स्वीडन, फ्रांस और नार्वे प्रत्येक में 3,000 शरणार्थी दोबारा बसाए गए हैं।

ट्रंप ने वित्त वर्ष 2018 के लिए शरणार्थियों का कोटा 2017 में ओबामा द्वारा तय किए गए 110,000 को घटाकर 45,000 कर दिया है। वित्त वर्ष 2018 पूरे होने में तीन माह बचे हैं और अमेरिका ने अब तक 16,000 शरणाार्थियों का स्वागत किया है।

ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान शरणार्थी नीति की निंदा की थी और कहा था कि शरणार्थियों की आड़ लेकर आतंकवादी देश में आ सकते हैं।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending