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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में योग दिवस पर लोगों में जोश

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वाशिंगटन| प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अमेरिका के पूर्व से पश्चिम तट तक योग सत्रों का आयोजन किया गया। हजारों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों ने बड़े ही जोश के साथ योग किया। विभिन्न राज्यों के गवर्नरों ने भी योग को समर्थन दिया। वाशिंगटन डीसी में विभिन्न क्षेत्रों के 1,500 से अधिक लोगों ने प्रख्यात नेशनल मॉल के सिल्वान थिएटर स्टेज पर कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। यह थिएटर अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन की याद में बनाया गया था।

इस अवसर पर योग के समर्थकों ने योग दिवस 2015 के नारे लिखे टीशर्ट पहने। भारतीय दूतावास ने फ्रेंड्स ऑफ योग समूह के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को पेश किया।

हजारों लोगों ने अटलांटा, शिकागो, ह्यूस्टन और सैन फ्रांसिस्को सहित कई अमेरिकी शहरों में जोश के साथ योग दिवस मनाया।

वाशिंगटन में आयोजित समारोह में ओबामा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमेरिका में भारत के राजदूत अरुण के. सिंह और दूतावास के अधिकारियों के साथ हिस्सा लिया। प्रथम भारतीय मिस अमेरिका नीना दावुलरी ने भी इसमें शिरकत की।

व्हाइट हाउस, विदेश मंत्रालय, स्मिथसोनियन संस्थानों, राष्ट्रीय नृत्य थेरेपी संघ, विश्व बैंक, अकादमिक संस्थानों, थिंक टैक और अन्य मुख्य संगठनों के सदस्यों ने भी इसमें हिस्सा लिया।

गांधी मेमोरियल केंद्र के निदेशक कैरी ट्राइबुलेक ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की।

विभिन्न राज्यों के गवर्नरों ने प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के समर्थन में कई घोषणाएं की। इसमें मैरीलेंड के लॉरेंस जे. होगन जूनियर, वर्जीनिया के टेरेंस आर. मैक्ऑलिफ, मैसाचुसेट्स के चार्ल्स डी.बेकर, टेक्सास के ग्रेग एबॉट और इलिनोइिस के ब्रुस रॉनर शामिल हैं।

अमेरिकी कांग्रेस की एकमात्र हिंदू अमेरिकी सदस्य तुलसी गैबार्ड ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के समर्थन में संसद में प्रस्ताव पेश किया।

वाशिंगटन कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए सामान्य योग प्रोटोकॉल वीडियो पर आधारित योग सत्र चलाए गए।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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