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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव : हिलेरी को मिल रहा युवाओं का समर्थन

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hillary clinton

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वाशिंगटन। अमेरिका की सत्ता बराक ओबामा के हाथों में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अमेरिका के युवा मतदाता इस बार के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को समर्थन दे रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी में इस पद के लिए अभी किसी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है। नए चुनावी सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।

‘हार्वर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स’ द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, 18 से 29 वर्ष के युवा 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार (40 प्रतिशत) की तुलना में डेमोक्रेटिक (55 प्रतिशत) पार्टी के उम्मीदवार को पसंद कर रहे हैं। यह रुझान युवा अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिकों में काफी सशक्त है। अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक डेमोक्रेटिक को 87 प्रतिशत और रिपब्लिकन पार्टी को आठ प्रतिशत समर्थन दे रहे हैं, जबकि युवा हिस्पैनिक मूल के अमेरिकी नागरिक डेमोक्रेटिक को 68 प्रतिशत और रिपब्लिकन को 27 प्रतिशत तरजीह दे रहे हैं।

ज्यादातर श्वेत युवा हालांकि व्हाइट हाउस पर रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार का वर्चस्व चाहता है। डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन 47 प्रतिशत समर्थन के साथ इस समय पहले स्थान पर हैं, सीनेटर एलिजाबेथ वारेन 11 प्रतिशत समर्थन के साथ दूसरे और निचली सदन के उपाध्यक्ष जो बाइडन आठ प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर हैं।

इसी क्रम में तीन प्रतिशत समर्थन के साथ मैरीलैंड के पूर्व गवर्नर मार्टिन ओमैली चौथे, पूर्व सीनेटर जिम वेब (दो प्रतिशत) पांचवें और वर्मोट के सीनेटर बर्ने सैंडर्स (एक प्रतिशत) के साथ छठे स्थान पर हैं। इस सर्वेक्षण में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से किसी भी उम्मीदवार को 10 प्रतिशत से अधिक समर्थन नहीं मिला। इस तरह पार्टी की ओर से अभी कोई उम्मीदवार आगे नहीं आया है।

इस दौड़ में लेखक बेन कार्सन को 10 प्रतिशत मत मिले, इसके ठीक बाद आठ प्रतिशत के साथ रैंड पॉल दूसरे, संयुक्त रूप से जेब बुश और माइक हकेबी (सात प्रतिशत) तीसरे पर हैं। राष्ट्रपति पद के लिए लुसियाना प्रांत के भारतीय मूल के अमेरिकी गवर्नर बॉबी जिंदल को मात्र एक प्रतिशत मत मिला है।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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