Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

अम्बेडकर को दबाव में दिया गया भारत रत्न : मायावती

Published

on

लखनऊ,बहुजन-समाज-पार्टी,अध्यक्ष-मायावती,डॉ-भीमराव-अम्बेडकर,भारत-रत्न

Loading

लखनऊ | बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि देश के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न तमाम गुजारिश करने के बाद दिया गया था। उन्होंने कहा कि बसपा ने इसके लिए जब काफी दबाव बनाया तब 1990 में बाबासाहेब को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया। डॉ. अम्बेडकर की 124वीं जयंती पर मायावती ने राजधानी लखनऊ के डॉ. भीमराव अम्बेडकर पार्क में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान निर्माता बाबासाहेब को उनकी मौजूदगी में ही यह सम्मान मिल जाना चाहिए था।

जनसभा में मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र में कांग्रेस तथा भाजपा की सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को समय पर भारत रत्न न देकर दलितों तथा पिछड़ों के प्रति अपनी सोच उजाकर कर दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा ने कांशीराम को भारत रत्न दिया ही नहीं उन्होंने कहा, “हमने जब काफी दबाव बनाया तब प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह ने देश के संविधान निर्माता को यह सम्मान दिया। हमने कांग्रेस की तमाम सरकारों से अनुरोध करने के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी से भी डॉ. अम्बेडकर को भारत रत्न देने की मांग की थी। इन दोनों ही पार्टियों ने देश के दलितों-पिछड़ों को सिर्फ वोट बैंक माना है।” बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बाबासाहेब ने देश के संविधान का निर्माण किया था। इसके बाद भी कांग्रेस ने उनका कहीं पर भी साथ नहीं दिया। अब भारतीय जनता पार्टी दलितों का वोट पाने के लिए तमाम योजनाएं बना रही है।

मायावती ने कहा कि भाजपा भी बाबासाहेब के सम्मान का जमकर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए। लखनऊ के अंबेडकर पार्क में बसपा सुप्रीमो मायावती के शक्ति प्रदर्शन के दौरान पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा तथा बृजेश पाठक भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2017 में जीत दर्ज करने की तैयारी में जुटी बहुजन समाज पार्टी इस वर्ष अंबेडकर जयंती धूमधाम से मना रही है। इस अवसर पर मुख्य कार्यक्रम यहां के डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, गोमतीनगर में हो रहा है। अंबेडकर की 124वीं जयंती पर राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से बसपाई जुटे हैं।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending