Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अवैध हथियार मामले में रामबीर शौकीन से पूछताछ होगी

Published

on

Loading

नई दिल्ली| दिल्ली पुलिस पूर्व विधायक रामबीर शौकीन से उनके भांजे व कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना और उसके परिवार से संबंधित प्लॉट से अवैध हथियार बरामद होने के मामले में पूछताछ करेगी। पुलिस ने हाल में कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ के बाद ही रामबीर के कथित प्लॉट पर छापा मारा गया।

रामबीर से संभावित पूछताछ की जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों ने दी। एक अधिकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने बवाना से इस बारे में पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के बाद पश्चिमी दिल्ली के बवाना इलाके में स्थित एक प्लॉट पर छापा मारा। छापेमारी में एक एके47 और एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर) बरामद हुआ। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक रामबीर, नीरज बवाना के मामा हैं। वर्ष 2013 के चुनाव में वह निर्दलीय चुने गए थे।बवाना को सात अप्रैल को पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया।

एक अधिकारी ने कहा, “एक एके-47 और एक एसएलआर नीरज बवाना, उसके परिजनों और रिश्तेदारों के प्लॉट में छिपाकर रखी गई थी। हम इस बात का पता लगा रहे हैं कि प्लॉट का असली मालिक कौन है। जैसा कि हमें पता चला है कि रामबीर शौकीन, बवाना के करीबी रिश्तेदार हैं। ये हथियार प्लॉट में छिपाने में उनकी अहम भूमिका हो सकती है।” अधिकारी के मुताबिक, ये हथियार एक अन्य कुख्यात अपराधी अमित भूरा ने पुलिस हिरासत से भागते समय उत्तराखंड पुलिस से लूटे थे।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड पुलिस भूरा को दिसंबर 2014 को बागपत की एक अदालत के समक्ष पेश करने ले जा रही थी। उसी दौरान वह भाग निकलने में सफल रहा। भूरा को पुलिस हिरासत से भगाने में बवाना के गैंग ने अहम भूमिका निभाई थी।

नेशनल

जम्मू-कश्मीर: आतंकियों ने सेना के दो जवानों का किया अपहरण, एक भागने में कामयाब, दूसरे का गोलियों से छलनी शव मिला

Published

on

Loading

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के जंगली इलाके में आतंकियों ने सेना के 2 जवानों का अपहरण कर लिया। हालांकि, एक जवान आतंकियों के चंगुल से छूटकर वापस आने में कामयाब हो गया है, लेकिन दूसरे की बेरहमी से ह्त्या कर दी गई है। उसका गोलियों से छलनी शव बरामद हुआ है।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दोनों जवान प्रादेशिक सेना की 161वीं इकाई के हैं। 8 अक्टूबर को शुरू किए गए आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान जंगली इलाके से उन्हें अगवा किया गया। इनमें से एक जवान भागने में सफल रहा। उसे दो गोली लगी है। बुधवार सुबह दूसरे जवान का शव मिला। उसके शरीर पर गोलियों के कई निशान हैं।

घायल जवान को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी स्थिति स्टेबल है। आतंकियों की तलाश के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है। बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

बता दें कि यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब 8 अक्टूबर को ही जम्मू-कश्मीर में मतगणना संपन्न हुई है और अब यहां नई सरकार बनने जा रही है। नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन यहां सरकार बनाने जा रही है। अब राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार की भी चुनौती बढ़ जाएगी। सफल चुनाव आयोजन से पाकिस्तान और पाक परस्त संगठन खार खाए बैठे हैं। इसके बाद अब यहां आतंकी गतिविधियों में भारी इजाफा होने की आशंका है।

Continue Reading

Trending