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आइस क्यूब से निखारें सुंदरता

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नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)| आइस क्यूब को ज्यादातर गर्मियों में तपती धूप में ठंडक प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन आइस क्यूब का उपयोग महज खाने, पीने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आइस क्यूब गार्मियों में चेहरे की रंगत निखारने तथा सनबर्न, काले दाग, कील मुंहासों तथा सौंदर्य से जुड़ी अनेक समस्याओं का सरल तथा सस्ता उपचार साबित होते हैं। सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का कहना है कि आइस क्यूब से जहां सौन्दर्य समस्याओं के प्राकृतिक उपचार में मदद मिलती है वहीं आइस क्यूब, फेशियल स्पा तथा सैलून जैसे महंगे सौंदर्य उपचारों के मुकाबले कहीं ज्यादा प्रभावी साबित होते हैं।

उन्होंने कहा कि चेहरे पर आइस क्यूब की मसाज से त्वचा में खिंचाव आता है तथा छिद्रों से गंदगी बाहर निकलती है। लेकिन आइस-क्यूब को सीधे कभी चेहरे पर कतई न मलें क्योंकि इससे चेहरे की कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है। आइस-क्यूब को हमेशा साफ कॉटन के कपड़े में लपेटकर ही चेहरे की हल्के-हल्के ऊपर से नीचे तथा दाएं से बाएं ओर मसाज करें। हल्के-हल्के मसाज करने से त्वचा में ताजगी तथा रंगत में निखार का साफ अहसास देखा जा सकता है।

गर्मियों के आद्र्रता भरे मौसम में फाउंडेशन को ज्यादा देर तक बनाए रखने के लिए सबसे पहले त्वचा को धोकर साफ करें तथा काटन वूल की मदद से एस्ट्रीजैन्ट टोनर अप्लाई करें। कुछ मिनटों के बाद साफ कपड़े में आइस-क्यूब को चेहरे पर आहिस्ता से रगड़िए। इससे त्वचा के छिद्रों को बंद करने में मदद मिलेगी। वैकल्पिक तौर पर आईस क्यूब के ठंडे पानी में काटन वूल को भिगोकर इसे त्वचा पर आहिस्ता-आहिस्ता मलिए। इससे त्वचा की रंगत में निखार आएगा तथा त्वचा के छिद्रों को बंद करने में मदद मिलेगी।

हर्बल क्वीन के नाम से मशहूर शहनाज हुसैन ने कहा कि अगर त्वचा में चोट की वजह से सूजन आ जाए तो आइस-पैक्स से त्वचा की जलन तथा सूजन को राहत प्रदान करने में मदद मिलती है। आइस-क्यूब आंखों में सूजन के लिए भी रामबाण का काम करती है।

एक साफ कॉटन के वस्त्र में आइस-क्यूब को लपेट कर कुछ सेकेंड तक आंखों से लगाइए, लेकिन याद रखिए कि आंखों के नीचे की त्वचा अत्यंत पतली तथा संवेदनशील होती है तथा अगर आपने आईस क्यूब ज्यादा देर तक आंखों के नीचे रखे तो आंखों की कोशिकाओं को नुकसान हो सकता है। थ्रेडिंग तथा वैक्सिंग के बाद भी आईस-क्यूब ठंडक तथा राहत प्रदान करने में अति सहायक साबित होती है।

चेहरे पर आइस क्यूब से चेहरे की झुर्रियांे को रोकने में मदद मिलती है। मुट्ठी भर आइस क्यूब में लवैंडर, जैस्मिन तेल की बूंदें डालकर कपड़े में लपेटकर चेहरे की मसाज करने से त्वचा की यौवनता लौट आती है। आइस क्यूब में संतरा, नींबू, स्ट्राबेरी का रस मिलाकर नैपकिन में डालकर चेहरे की मसाज करने से चेहरे के छिद्रों को टाइट करने में मदद मिलती है जिससे आप युवा लगते हैं।

आइस क्यूब टिप्स :

* कई बार थ्रेडिंग के बाद त्वचा में सूजन आ जाती है जिसे आइस-क्यूब को नैपकिन में लपेटकर मलने से दूर किया जा सकता है। घर में जब आप आईब्रोज करती है तो वैक्सिंग के बाद लालगी तथा सूजन के लिए आइस-क्यूब का उपयोग किया जा सकता है।

* त्वचा पर चकत्ते, फोड़़े, फुन्सियों में भी आइस-क्यूब काफी लाभकारी माने जाते हैं। अगर फोड़़े, फुन्सियों की वजह से चेहरे पर जलन तथा सूजन महसूस हो रही हो तो आइस-क्यूब के उपयोग से काफी राहत मिलती है।

* आइस-क्यूब के लगातार उपयोग से छिद्र बंद हो जाते हैं जिससे कील मुहांसे निकलने बंद हो जाते हैं।

* यदि आप किसी पार्टी में जाने की जल्दी में हैं तथा आप मेकअप के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं तो भी साफ कपड़े या नैपकिन में आई क्यूब लपेटकर चेहरे तथा त्वचा पर रगड़ने से त्वचा में निखार आएगा तथा चेहरे की आभा बढ़ेगी।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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